सार

जानकारों के मुताबिक इस तरह का पहला केस दिल्ली में सामने आया था। जहां मैक्स साकेत अस्पताल में चार मेडिकल स्टॉफ कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें एक डॉक्टर, दो नर्स तथा एक सहयोगी स्टॉफ है। मैक्स के 39 मेडिकल स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया है। यह सभी दो कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए थे। 
लखनऊ (Uttar Pradesh)। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रामा सेंटर में हड़कंप मच गया है। यहां 52 डॉक्टर्स और अन्य मेडिकल स्टॉफ की टीम पर कोरोना पॉजिटिव होने का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि सभी को क्वारंटाइन के लिए भेजा गया। दरअसल यह सभी लोग एक डायबिटीज मरीज का इलाज करने में लगे थे। मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। आज उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली। जिसके बाद सभी के होश उड़ गए। बता दें कि जिस डाटबिटीज व सांस के मरीज का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है, वह तब्लीगियों के संपर्क में था। उसका तब्लीगी कनेक्शन सामने आया है। वह चौक क्षेत्र की एक मस्जिद में दिल्ली से लौटे तब्लीगी जमात के लोगों से मिलने गया था। 

दिल्ली के बाद देश का दूसरा केस
जानकारों के मुताबिक इस तरह का पहला केस दिल्ली में सामने आया था। जहां मैक्स साकेत अस्पताल में चार मेडिकल स्टॉफ कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें एक डॉक्टर, दो नर्स तथा एक सहयोगी स्टॉफ है। मैक्स के 39 मेडिकल स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया है। यह सभी दो कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए थे। 

बड़े डॉक्टर की ही सिफारिश पर हुआ था भर्ती
संक्रमित मरीज शनिवार शाम ट्रामा सेंटर में भर्ती हुआ था। उसे भर्ती करने की सिफारिश संस्थान के मेडिसिन विभाग के एक बड़े डॉक्टर ने की थी। चूंकि, सांस की समस्या वाले हर मरीज का कोरोना का टेस्ट होता है, इसलिए उसका भी सैंपल लिया गया था। सोमवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद केजीएमयू में हड़कंप मच गया। 

41 जिलों में 550 केस आए सामने
प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक 550 टेस्ट पॉजिटिव मिले हैं। ये मरीज 41 जिलों के हैं। हालांकि, राहत की बात है कि, 47 संक्रमित इलाज के बाद स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। प्रतिदिन 2000 सैंपल जुटाए जा रहे हैं। रविवार को 1980 सैंपल की टेस्टिंग हुई है।