सार
मथुरा में एक युवक का शव कुंए में मिला। वह कुछ दिनों से खांसी और बुखार से पीड़ित था। लोगों का कहना है कि उसने कोरोना के दहशत में आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची थाना हाईवे पुलिस ने कुएं से शव को निकाला। इसके बाद पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया
मथुरा(Uttar Pradesh ). कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से पूरा देश परेशान है। इस बीमारी की लोगों में इतनी दहशत फैल गई है कि लोग किसी से अपनी छोटी-मोटी बामारी बताने में भी डरने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला मथुरा में सामने आया है। यहां के रहने वाले एक युवक का शव कुंए में मिला। वह कुछ दिनों से खांसी और बुखार से पीड़ित था। लोगों का कहना है कि उसने कोरोना के दहशत में आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची थाना हाईवे पुलिस ने कुएं से शव को निकाला। इसके बाद पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के मुंडेसी का रहने वाला महेंद्र (36) तकरीबन 1 महीने से खांसी व बुखार से पीड़ित था। उसने स्थानीय डॉक्टरों से इसकी दवा ली लेकिन उसे कुछ खास फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उसे ये लगने लगा कि वह कोरोना वायरस की चपेट में आ गया है। महेंद्र इसको लेकर अवसाद में रहने लगा। रविवार की देर शाम वह घर से निकला और सुबह तक वापस नहीं आया। घर वालों ने काफी खोजबीन की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। सोमवार की शाम गांव से कुछ दूर स्थित एक कुंए में उसकी लाश पाई गई।
चप्पल व मोबाइल से लोगों को हुआ शक
ग्रामीणों ने गांव के बाहर स्थित कुएं के पास किसी युवक की चप्पल और मोबाइल देखा तो सभी को किसी हादसे की आशंका हुई। लोगों ने कुएं में झांक कर देखा तो उसमे शव पड़ा हुआ था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई, पुलिस ने शव कुएं से बाहर निकाला तो वह शव महेंद्र की ही था। मृतक के भतीजे हाकिम सिंह ने बताया कि उसके चाचा महेंद्र कोरोना वायरस से भयभीत थे। अपने आसपास भी किसी को नहीं बैठने दे रहे थे। रात में अचानक घर से चले गए और सुबह उनका शव कुएं से बरामद किया गया।