सार
यूपी के सुल्तानपुर में 20 वर्षीय एक युवक की मौत के मामले में सब-इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की FIR दर्ज की गई है। अंकुश सिंह लकड़ी से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली चला रहा था, तभी इन पुलिसकर्मियों ने पीछा कर उसे एक ट्रैक्टर एजेंसी के पास पकड़ लिया।
सुल्तानपुर(Sultanpur). यहां 20 वर्षीय एक युवक की मौत के मामले में सब-इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की FIR दर्ज की गई है। परिवार ने दावा किया था कि वे ‘हत्या’ में शामिल थे। एडिशनल एसपीप विपुल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पीड़ित अंकुश सिंह पुत्र देवेंद्र सिंह के परिजनों की शिकायत के आधार पर एसआई अखिलेश सिंह और तीन कांस्टेबल-जितेंद्र, दानिश और सुरेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। पढ़िए आखिर हुआ क्या था?
ट्रैक्टर से धक्का देकर गिराया था, जिससे वो पहिये के नीचे आ गया था
पीड़ित परिवार का दावा है कि अंकुश सिंह लकड़ी से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली चला रहा था, तभी इन पुलिसकर्मियों ने पीछा कर उसे एक ट्रैक्टर एजेंसी के पास पकड़ लिया। पुलिस वाले वाहन को कोतवाली ले जाने का दबाव बनाने लगे। परिवार ने दावा किया कि पुलिस कर्मियों ने कहा कि उन पर टीआई के दबाव में ट्रैक्टर को कोतवाली ले जाने के लिए दबाव डाला गया। इसके बाद कांस्टेबल दानिश ट्रैक्टर चलाकर ले जाने लगे।अंकुश सिंह को बोनट पर बैठा दिया गया। इसी बीच कांस्टेबल ने उसे ट्रैक्टर से धक्का दे दिया। अंकुश सिंह ट्रैक्टर के नीचे आ गया और कुचल गया।
घटना की जानकारी होने पर अंकुश सिंह के परिजन मौके पर पहुंचे और उसे सीएचसी ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने हंगामा किया और शव को कोतवाली क्षेत्र के पटेल चौक पर रख कर विरोध शुरू कर दिया। पुलिस ने कहा कि कादीपुर सर्किल ऑफिसर (सीओ) शिवम मिश्रा एक पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे और परिवार के सदस्यों से बात की, लेकिन वे आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने पर अड़े रहे। हंगामा बढ़ते देख करौंदी कलां, चंदा, लंभुआ, मोतिगरपुर, दोस्तपुर, अखंडनगर, जयसिंहपुर थानों की फोर्स बुलाई पड़ी।
पुलिस ने बताया कि रात एक बजे के बाद अपर पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव खुद मौके पर पहुंचे और परिजनों की बात सुनी और उन्हें आश्वासन दिया कि दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एडिशनल एसपी ने कहा कि परिवार के सदस्यों ने चार पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिकायत दी है, जिसके आधार पर मामला दर्ज किया गया है।
आरोप है कि पुलिसवाले अंकुश से 10 हजार रुपए की मांग कर रहे थे। जब युवक ने पैसे देने से मना किया, तो पुलिसवाले बोले कि टीआई का दबाव है, इसलिए ट्रैक्टर कोतवाली लेकर जाना पड़ेगा। अंकुश के साथ कुछ लेबर भी थे। इन्हें बोनट पर बैठा दिया था।
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