सार
यूपी के आजमगढ़ में एक दलित लेखपाल व उसकी पत्नी की फावड़े से काटकर हत्या कर दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, अधिकारियों ने टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए हैं।
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav 2022) की तारीख नजदीक आते ही प्रदेश में अपराध(Crime) का दौर भी शुरू होने लगा है। हाल ही में यूपी के प्रयागराज(prayagraj) में हुई दलित परिवार के 4 सदस्यों की हत्या के बाद रविवार देर रात आजमगढ़(Azamgarh) में दलित लेखपाल व उसकी पत्नी की फावड़े से काटकर हत्या कर दी गई है। घटना पर पहुंचे पुलिस महकमे के आलाधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं। वहीं, दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
खून से लथपथ मिला लेखपाल व उनकी पत्नी का शव
उत्तर प्रदेश के जिला आजमगढ़ के तरवां थाना के चीथऊपुर क्षेत्र में लेखपाल व उसकी पत्नी की फावड़े से काटकर हत्या का मामला सामने आया है। सोमवार को घटना की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को दोनों का शव जमीन पर खून से सना पड़ा मिला। खून से लथपथ मिले शवों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह हत्या बेरहमी से की गई है। हालांकि, घटना की जानकारी अभी साफ नहीं हुई है। अंदेशा जताया जा रहा है कि शवों को किसी धारदार हथियार से काटा गया है व इस घटना को देर रात में अंजाम दिया गया है।
चकबंदी विभाग में कार्यरत लेखपाल राम नगीना, देर रात सोते समय हुई हत्या
आलाअधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई, जिसके बाद पुलिस कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंची और घटना के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। इसके अलावा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इंस्पेक्टर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र के तीथऊपुर गांव निवासी चकबंदी विभाग में कार्यरत लेखपाल राम नगीना (53) पुत्र स्वर्गीय लालता व उनकी पत्नी मंशा देवी (51) सो रही थी। रामनगीना चिरैय्याकोट में लेखपाल था और चिरैय्याकोट में चकबंदी हो रही थी।