सार
बरेली के इज्जतनगर में रहपुरा चौधरी के पास तीन दिन पहले बोरे में एक नवजात मिला था, उसे कीड़े कुतर रहे थे। इलाज के लिए चाइल्डलाइन ने उसे निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। वहीं, मामले में जांच की गई तो सामने आया कि नाबालिग बेटी के बिना शादी हुए मां बनने पर परिजन ने बच्चे को फेंककर बेटी की प्रेमी से शादी करा दी।
बरेली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बीते दिनों नवजात बच्चों के शव मिलने की गई घटनाएं सामने आईं। इसी बीच यूपी के बरेली (Bareilly) से इसी से जुड़ा हुआ एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने हर किसी को सदमे में डाल दिया। मिली जानकारी के अनुसार, बरेली के इज्जतनगर में रहपुरा चौधरी के पास तीन दिन पहले बोरे में एक नवजात मिला था, उसे कीड़े कुतर रहे थे। इलाज के लिए चाइल्डलाइन ने उसे निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। वहीं, मामले में जांच की गई तो सामने आया कि नाबालिग बेटी के बिना शादी हुए मां बनने पर परिजन ने बच्चे को फेंककर बेटी की प्रेमी से शादी करा दी। अब यह मामला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष विचाराधीन है।
सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद हुआ खुलासा
पुलिस ने बताया कि इफ्तेखार नाम के युवक ने तीन दिन पहले एक नवजात बच्चे को सड़क किनारे पड़ा देखकर नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जिसके बाद मामला चाइल्डलाइन की जानकारी में आया तो मंगलवार को उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराकर इज्जतनगर पुलिस से जांच शुरू कराई गई। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो एक महिला की बच्चे को फेंकते हुए फुटेज सामने आई। पहचान के बाद उसे पकड़ लिया गया। बुधवार को इस मामले पर सीडब्ल्यूसी में सुनवाई शुरू हुई। साथ ही गंभीर हालत के कारण बच्चे को निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
सुनवाई के दौरान गिरफ्त में आई महिला ने खोला राज
सीडब्ल्यूसी में हुई सुनवाई के दौरान पुलिस की गिरफ्त में आई महिला ने पूरे मामले से परदा उठाते हुए उस नवजात को क्यों फेका, इसकी वजह बताई। महिला ने बताया कि उसकी चार बेटियां हैं, जिनमें से तीन की शादी हो चुकी है। सबसे छोटी बेटी 16 साल की है। कुछ समय पहले वह पास के ही भोजीपुरा क्षेत्र में रहने वाली अपनी बड़ी बहन के घर गई थी। वहां उसके अपनी बड़ी बहन के देवर से प्रेम संबंध हो गए। इतना ही नहीं, महिला ने बताया कि उसकी बेटी के देवर प्रेमी के साथ शारीरिक संबंध भी हुए, जिसके चलते वह तीन से चार दिन में गर्भवती हो गई।
लोक-लाज के डर से घर में प्रसव कराकर बच्चे के साथ किया हैवानियत भरा काम
आरोपी महिला ने आगे बताया कि अपनी बड़ी बहन के घर से वापस लौटने के कुछ समय बाद उसकी बेटी की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद लोगों को मामले की जानकारी हुई। महिला ने बताया कि बीते 11 जून को बेटी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो उसने घर में ही प्रसव कराया और बच्चे को बोरे में बंद कर फेंक दिया। महिला ने कहा कि उसने लोक-लाज के भय से ऐसा किया था। कार्रवाई की नौबत आई तो महिला ने बताया कि बच्चे के साथ बेटी के प्रेमी ने निकाह करने से मना कर दिया था। इस वजह से बच्चा फेंककर उसने दोनों का निकाह करा दिया।
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