महिला अस्पताल में नवजात की देखभाल के लिए चल रहा धन उगाही का खेल, कैमरे पर मरीज के परिजनों ने किया बड़ा खुलासा

 गोंडा के जिला महिला अस्पताल में नवजात शिशु की देखभाल के नाम पर यानी कि नवजात को एसएनसीयू में रखने के लिए उनसे मोटी रकम वसूलने का गोरखधंधा चल रहा है। मरीज व उनके परिजनों से वहां पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी मोटी रकम की मांग करते रहते हैं। बीमार नवजात शिशुओं को चिकित्सा सहायता देने के नाम पर वसूले जाते हैं। 

/ Updated: Jun 10 2022, 07:33 PM IST
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गोंडा: यूपी के गोंडा के जिला महिला अस्पताल में नवजात शिशु की देखभाल के नाम पर यानी कि नवजात को एसएनसीयू में रखने के लिए उनसे मोटी रकम वसूलने का गोरखधंधा चल रहा है। मरीज व उनके परिजनों से वहां पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी मोटी रकम की मांग करते रहते हैं। बीमार नवजात शिशुओं को चिकित्सा सहायता देने के नाम पर वसूले जाते हैं। 1000 रुपए से 2500 रुपए तक। यदि अगर तीमारदार घूस की रकम देने में सक्षम नहीं होता है। तो एसएनसीयू  खाली ना होने का हवाला देकर लौटा लिया जाता है। और कुछ लोगों को हॉस्पिटल के सामने कई प्राइवेट नर्सिंग होम से सांठगांठ कर प्राइवेट हॉस्पिटल में शिशुओं को इलाज के लिए एडमिट करवा दिया जाता है। इसी लिए मरीज और उनके परिजन मजबूरन परिजन पैसा भी देते हैं। एक मरीज से पैसा लेते वीडियो वायरल हो रहा है। फिलहाल जिला महिला अस्पताल की CMS ने जांच कराकर कार्रवाई की बात कही है।

गोंडा जिला अस्पताल में विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाइयां (एसएनसीयू) अनमोल शिशु जीवन की सुरक्षा एसएनसीयू बीमार नवजात शिशुओं को अति आवश्यक चिकित्सा सहायता दे कर उनका जीवन बचाने के नाम पर गोंडा के महिला चिकित्सालय में वसूली एसएनसीयू में बीमार नवजात शिशुओं को चिकित्सा सहायता देने के नाम पर वसूले जाते हैं। जहां इनके तीमारदारों से 1000 से लेकर 2500 तक मोटी रकम वसूले जाते हैं। उस वसूली का कमीशन प्राइवेट हॉस्पिटल वाले पूरी ईमानदारी से महिला हॉस्पिटल के एसएनसीयू के कर्मचारियों को देते हैं। लगातार कई वर्षों से गोंडा मुख्यालय के जिला हॉस्पिटल व महिला हॉस्पिटल में डॉक्टरों और अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते भ्रष्टाचार का बड़ा सिंडिकेट चलता आ रहा है।

वहीं, पूरे मामले पर जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का सुषमा सिंह ने कहा है कि अभी तक पूरा प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं था। संज्ञान में आने के बाद जांच टीम बनाकर जांच करवाई जाएगी जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी इस विषय पर अधिकारियों से बात की जाती है।