सार
लम्बे समय से चल रहे देश के सबसे बड़े मामले का फैसला आ गया है। CJI ने कहा है विवादित जमीन पर ट्रस्ट बनाकर मंदिर बनाई जाए,इसके आलावा मस्जिद बनाने के लिए मुस्लिमो को अयोध्या में 5 एकड़ जमीन दी जाए
अयोध्या(Uttar Pradesh ). लम्बे समय से चल रहे देश के सबसे बड़े मामले का फैसला आ गया है। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया है कि विवादित जमीन ही रामलला विराजमान का जन्मस्थान है। CJI ने कहा विवादित जमीन पर ट्रस्ट बनाकर मंदिर बनाई जाए,इसके आलावा मस्जिद बनाने के लिए मुस्लिमो को अयोध्या में 5 एकड़ जमीन दी जाए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अयोध्या की अवाम काफी खुश है। उनका कहना है कि हमें सबसे ज्यादा इस बात की खुशी है कि अयोध्या के माथे से विवाद का कलंक खत्म हो गया।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले की रोज सुनवाई कर मामले को 40 दिन में निबटाने का फैसला लिया था। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में दोनों पक्षों के वकीलों ने लगातार 40 दिन तक अपनी दलीलें पेश किया। दोनों पक्षों के वकीलों को सुनने व तमाम साक्ष्यों पर गौर करने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा था। जिस पर आज सुबह साढ़े दस बजे देश के इस सबसे बड़े मुकदमे में फैसला सुनाया गया।
इस फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए- राजकुमार दास जी महराज
भारत की गरिमा व यहां की सांस्कृतिक विरासत को देखते हुए सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आया है। दोनों पक्षों का पूरा ख्याल रखा गया है। दोनों पक्षों को ढेर सारी बधाई हो। सभी प्रेम व्यव्यहार व सौहार्द बनाए रखें यही कामना है। सर्वोच्च न्यायालय को ह्रदय की गहराई से आभार प्रकट करता हूँ।
राम सबके हैं और राम के सब हैं इसे स्वीकार करना चाहिए - महंत एमबी दास
महंत एमबीदास का कहना है कि भगवान राम की आस्था की जीत हुई है। इसमें कोई खुशी या गम मनाने की बात नहीं है। राम सबके हैं और सब राम के हैं। इस फैसले का हृदय से सम्मान करना चाहिए और सर्वोच्च न्यायलय के फैसले को स्वीकार करना चाहिए।
फैसले से बहुत खुश हूं- इसका पूरा सम्मान है- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
इस फैसले का मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने स्वागत किया है। मंच के अयोध्या के जिला संयोजक काशिफ शेख चौधरी ने कहा कि इस फैसले से हम बहुत खुश हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने सभी पक्षों का पूरा सम्मान किया है। ये ऐतिहासिक फैसला है इसका स्वागत करना चाहिए।
आज से अयोध्या का कलंक खत्म हो गया
इस बारे में अयोध्या में जनरल स्टोर की दुकान चलाने वाले आसिफ अली का कहना है कि उन्हें सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि अयोध्या को लेकर जो विवाद पूरी दुनिया में मशहूर था वो खत्म हो गया। अयोध्या के माथे से कलंक खत्म हो गया ये बेहद खुशी की बात है।
ओवैसी के बयान पर दर्ज हो मुकदमा- अशफाक हुसैन जिया
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उतर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य अशफाक हुसैन "जिया" ने फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ओवेशी जैसे लोग जिन्होने देश की सबसे बड़ी अदालत के फैसले का सम्मान नही किया। इनके द्वारा की गई टिप्पणी पर राष्ट्र विरोधी धाराओं में मुकदमा दर्ज होना चाहिये। ऐसी कट्टरपंथी सोच रखने वालों को देश से निकाल देना चाहिये,जो संविधान को तो मानते है लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश को नही मानते है।
कुछ लोग न्यायालय के फैसले को गलत बता कर दिखा रहे छोटी मानसिकता
अयोध्या मामले के फैसले पर सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कसौधन का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय ने बिलकुल साफ़ और सही फैसला दिया है। सभी को इस फैसले का सम्मान करना चाहिए। कुछ लोग इस फैसले को गलत बता रहे हैं वह ऐसा करके अपनी छोटी मानसिकता दर्शा रहे हैं।