सार

राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों और सरकार के बीच 16 बार वार्ता हुई है। लेकिन, सरकार के जिम्मेदार व्यक्ति कृषि कानूनों की वापसी पर जवाब देना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक कृषि बिल वापस नहीं होगा धरना बदस्तूर जारी रहेगा। ये किसानों का धरना है।

सहारनपुर (Uttar Pradesh) । भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान और सरकार के बीच की वार्तालाप का लाइव टेलीकास्ट होनी चाहिए। इससे पता चलेगा कि कौन जवाब नहीं देना चाहता? साथ ही उ्होंने सवाल उठाया कि BJP के नेता गांव-गांव में घूमकर लोगों से मिल रहे हैं। क्या वो लोगों के लिए अपनी पेंशन छोड़ेंगे? लोगों ने तो अपनी गैस सिलेंडर पर सब्सिडी और जवानों ने अपनी पेंशन छोड़ दिया। साथ ही

कब तक चलेगा धरना
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों और सरकार के बीच 16 बार वार्ता हुई है। लेकिन, सरकार के जिम्मेदार व्यक्ति कृषि कानूनों की वापसी पर जवाब देना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक कृषि बिल वापस नहीं होगा धरना बदस्तूर जारी रहेगा। ये किसानों का धरना है।

जल्द हो सकता है दिल्ली कूच
राकेश टिकैत ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर धरने के साथ-साथ और पंचायतों का दौर भी चलेगा, क्योंकि ये मुद्दा पूरे देश के किसानों का है। किसान अपने-अपने ट्रैक्टरों में डीजल भरकर रखें। जल्द ही दिल्ली कूच हो सकता है।

व्यापारी चला रहे देश की सरकार
राकेश टिकैत ने कहा कि अब सरकार को व्यापारी चला रहे हैं। सरकार चाहती है कि जब गेहूं कटाई होगी तो किसान अपने-अपने घर चला जाएगा। लेकिन, हम लोग फसल को बीच में आने तक नहीं देंगे। हम किसान की फसल भी कटवाएंगे और धरना भी बदस्तूर जारी रखेंगे।