सार

यूपी के बाराबंकी जिले में स्थित निजी मेडिकल कॉलेज के खिलाफ एमबीबीएस छात्रों की नाराजगी सामने आई है। छात्राओं का कहना है कि बेवजह फाइन लगाकर उगाही की जा रही है। कॉलेज प्रबंधन तानाशाही रवैया अपना रहा है। तमाम तरह के बहाने बनाकर कॉलेज मैनेजमेंट छात्रों का शोषण कर रहा है। 

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के जिले बाराबंकी में निजी मेडिकल कॉलेज के खिलाफ एमबीबीएस के छात्रों ने नाराजगी जताई है। जिसके बाद से वह धरने पर बैठ गए है। छात्रों ने मेयो मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं छात्रों का कहना है कि हम लोगों को मेंटली टार्चर किया जा रहा है। बेवजह के फाइन लगाकर उगाही की जा रही है। अगर कोई भी छात्र इसके खिलाफ आवाज उठाता है तो उनसे कॉलेज प्रशासन चार से पांच लाख रुपए वसूलता है। शहर के सफेदाबाद में मेडिकल कॉलेज के गेट पर बैठ छात्र ने कहा कि छात्रों का कहना है कॉलेज प्रबंधन तानाशाही रवैया अपना रहा है। तमाम तरह के बहाने बनाकर कॉलेज मैनेजमेंट छात्रों का शोषण कर रहा है। छात्रों पर बेवजह कार्रवाई की जा रही है। यदि कॉलेज मैनेजमेंट के खिलाफ कोई भी छात्र आवाज उठाता है, तो उसे सस्पेंड कर 4 से 5 लाख रुपये की फाइन लगा जाती है।

छात्राओं ने इन वजहों को लेकर की शिकायत 
साल 2017-18 बैच के इन्टर्न छात्राओं का कहना है कि कॉलेज प्रशासन द्वारा हॉस्पिटल परिसर में स्थित कॉफी शॉप, चाय मोबाइल ले जाने पर जब्त कर लाखों रुपए का जुर्माना एवं हफ्तों के लिए निलंबन किया जा रहा है। साथ ही NMC द्वारा निर्धारित कैसुअल लीव जोकि एक  साल में 15 दिनों की होती है, वो भी कॉलेज प्रशासन द्वारा निरस्त कर दी गई है। इतना ही नहीं कॉलेज प्रशासन द्वारा निर्धारित समय तक ड्यूटी करने के बावजूद छात्रावास में रात्रि में होने वाले उपस्थिति न लगने पर पूरे दिन की अनुपस्थिति लगाई जा रही है। जो कि  NMC के नियम के विरुद्ध है। साथ ही छात्रों को नियमित समय से अधिक समय तक कार्य करवाने के बाद भी पिछले दो महीने से सरकार द्वारा दिए जाने वाला इन्टर्न वेतन भत्ता नहीं दिया गया है। इस प्रकार की कई और समस्याओं का उल्लेख छात्रों ने पत्र में किया है। छात्रों का कहना है कॉलेज प्रबंधन तानाशाही रवैया अपना रहा है। 

कॉलेज की चेयरमैन ने छात्रों को लेकर किए खुलासे
शहर के सफेदाबाद में स्थित मेडिकल कॉलेज की चेयरमैन मधुरिका सिंह ने बताया है कि यह सभी छात्र इंटरशिप कर रहे हैं। जिसमें से 25 जो अच्छे पढ़ने वाले छात्र हैं। वह इनका साथ नहीं दे रहे हैं। लेकिन 100 बच्चे उनके सहयोग में बैठे हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन और सीएमओ से आग्रह कर रहे है कि वे कॉलेज में आए और इन सभी छात्रों से जिन्होंने जिस भी डिपार्टमेंट में तीन चार महीने काम किया है। उनसे दो-चार प्रश्न पूछ ले। कोई भी बच्चा जवाब नहीं दे पाएगा। चेयरमैन आगे कहती है कि क्या सभी छात्र चाह रहे हैं कि कॉलेज मैनेजमेंट इनको छूट दे। उनका कहना है कि छात्रा चाहते है कि वह किसी भी किसी समय आए, साथ ही कुछ भी करें। इस बारे में उनसे कोई पूछताछ ना हो। इसी वजह से यह लोग प्रदर्शन कर रहे है। इतना ही नहीं चेयमैन मधुरिका सिंह ने आगे कहा कि हमारी कोई भी गलती हो तो उसकी संपूर्ण तरीके से जांच करवाकर गलत होने पर कार्रवाई की जाए।

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