सार
डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान के माध्यम से देश भर में डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केन्द्रों की स्थापना की जा रही है। इससे अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रशासनिक सेवा परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। इसका शुभारंभ काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से होगा।
वाराणसी: अनुसूचित जाति के उत्थान, सशक्तिकरण एवं कल्याण के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर आगे बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण योजना आरंभ की जा रही है, जो अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के उज्ज्वल एवं बेहतर भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान के माध्यम से देश भर में डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केन्द्रों की स्थापना कर रहा है, जिनमें अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रशासनिक सेवा परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। इस योजना का शुभारंभ काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से हो रहा हैं ।
इस योजना की सुविधा को बताते हुए विकास त्रिवेदी ने बताया कि इस योजना की शुरूआत देश भर के 31 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में की जा रही है, जिनमें से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय भी एक है। उन्होंने कहा कि हर केन्द्र में 100 सीटें होंगी जिनमें से 33 प्रतिशत पर अनुसूचित जाति की छात्राएं प्रवेश ले सकेंगी ताकि गुणवत्तापरक कोचिंग प्राप्त कर विद्यार्थियों का सशक्तिकरण हो सके।
एसी क्लास और डिजिटम क्लासरूम
इस कोचिंग में 100 छात्र एक बार में बढ़ सकेंगे। कुल सीटों के 33 प्रतिशत पर SC की योग्य महिला अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाएगी। केंद्र में सुचारू पठन-पाठन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था जैसे अलग से कक्षा, पुस्तकालय, हाई-स्पीड वाई-फाई आदि भी दी जाएंगी। केन्द्र के संचालन के लिए डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान के माध्यम से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, हर विश्वविद्यालय को वार्षिक 75 लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराएगा। प्रत्येक केन्द्र में तीन शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी एवं सुचारू पठन-पाठन के लिए सभी आधुनिक एवं आवश्यक सुविधाएं जैसे कक्षाएं, पुस्तकालय, हाई स्पीड वाई-फाई आदि उपलब्ध कराई जाएंगी।
विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा संस्थानों में डॉ. अंबेडकर पीठ स्थापित करने के बारे में योजना बाबासाहेब डॉ. बी. आर. अंबेडकर की जन्मशती समारोह के लिए शिक्षा पर गठित उप-समिति द्वारा पहली बार वर्ष 1992 में शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य देश के महान सपूत व सामाजिक न्याय व समानता के पुरोधा बाबासाहेब अंबेडकर के योगदान व जीवन को याद करते हुए उनके मूल्यों को आगे बढ़ाना था। भारत सरकार के “बाबा साहेब अमर रहें” के आह्वान की पृष्ठभूमि में आज़ादी का अमृत महोत्सव के साथ ही डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केन्द्र का शुभारंभ हो रहा है, ताकि वंचित वर्ग के उत्थान के लिए बाबा साहेब की प्रेरणा के अनुरूप आगे बढ़ा जा सके।
बीएचयू ने शुरू की विदेशी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना, जानिए क्या है इसके पीछे का मकसद