सार

पुलिस  जांच के बाद यह बात सामने आई कि इस फर्जीवाड़े में आईपीएस अरविन्द सेन, सिपाही दिलबहार सिंह यादव और अमित मिश्रा की संलिप्तता मिली थी। पुलिस ने इस मामले में आईपीएस को भी आरोपी बनाया। तभी, से आईपीएस फरार हैं।
 

लखनऊ(Uttar Pradesh) । आईपीएस अरविंद सेन यादव पर शिकंजा कसता जा रहा है। 50 हजार का ईनाम घोषित कर दिया गया है। साथ ही फरार चल रहे इस आईपीएस के सम्पत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पशुधन विभाग में फर्जीवाड़े के आरोपी आईपीएस के लखनऊ और अयोध्या स्थित आवास पर चस्पा कर दिया था। अब पुलिस सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उनकी सम्पत्ति कुर्क करेगी। माना जा रहा है कि पुलिस 20 या 21 जनवरी को उनकी संपत्ति कुर्क कर सकती है.

ये है पूरा मामला 
मध्य प्रदेश के व्यापारी मंजीत सिंह भाटिया से पशुधन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर 10 करोड़ रुपए ठगने का आरोप है। व्यापारी की तहरीर पर हजरतगंज थाने में कथित पत्रकार एके राजीव, आशीष राय, अनिल राय, पशुधन मंत्री के प्रधान निजी सचिव रजनीश दीक्षित, सचिवालय के संविदाकर्मी धीरज, रूपक राय, उमाशंकर तिवारी समेत कई लोगों पर केस दर्ज हुआ था। 

पुलिस जांच में ये बात आई सामने
पुलिस  जांच के बाद यह बात सामने आई कि इस फर्जीवाड़े में आईपीएस अरविन्द सेन, सिपाही दिलबहार सिंह यादव और अमित मिश्रा की संलिप्तता मिली थी। पुलिस ने इस मामले में आईपीएस को भी आरोपी बनाया। तभी, से आईपीएस फरार हैं।

फंस रहा ये पेंच
लखनऊ की सम्पत्ति अरविन्द सेन ने अपने परिवारीजनों के नाम कर रखी है। इस बारे में भी पुलिस विधिक राय ले रही है। वहीं, इस बाबत दो दिन पहले ही पुलिस की एक टीम गोमती नगर स्थित अरविन्द सेन के घर भी गई थी। उनसे भी पुलिस ने फरार आईपीएस अरविंद सेन यादव के बारे में कई जानकारियां हासिल की थी।