सार

यूपी के इटावा जिले में दसवीं के छात्र ने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी बनाई जिससे परिजन ही नहीं बल्कि पुलिस भी दंग रह गई।  छात्र अपने दोस्तों के साथ मौज मस्ती करने के लिए बाहर जाना चाहता था, इसलिए उसने अपने ताऊ से एक लाख की फिरौती की मांग की। 

इटावा: जिस उम्र में बच्चा अपने भविष्य को लेकर बुनियाद तैयार करता है, उसी उम्र में उत्तर प्रदेश के जिले इटावा के एक छात्र ने ऐसा कारनामा कर डाला कि हर कोई हैरान है। शहर में दसवीं के पढ़ने वाले एक छात्र ने ऐसी करतूत सामने आई है जो हर माता-पिता को सोचने को मजबूर कर देगी। यह घटना सिर्फ उस छात्र के परिजन के लिए सबक नहीं बल्कि हर माता-पिता को सचेत होकर सीखना चाहिए। इस घटना से इतना तो साफ हो गया कि टेक्नोलॉजी के युग में अगर बच्चों पर ध्यान न दिया जाए तो वो मोबाइल का गलत तरीके से भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए मोबाइल को देते समय काफी सजक रहे। 

10वीं के छात्र ने मोबाइल के कारण अपने ही अपहरण की ऐसी कहानी रची जिसे देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए। शहर के चकरनगर इलाके के कक्षा दस के छात्र अमित यादव ने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी बनाकर परिवार को सोचने पर मजबूर कर दिया। घर से कोचिंग के लिए निकला छात्र अपहरण की झूठी कहानी बनाकर अपने ताऊ से एक लाख की फिरौती की मांग कर डाली। पुलिस ने जब छात्र की बरामदगी की और पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ तो हर कोई दंग रह गया।

छात्र ने एक लाख की मांगी फिरौती
दरअसल बीते मंगलवार 19 जून करीब 2 बजे के चकरनगर क्षेत्र से 10वीं कक्षा में पढ़ने वाला छात्र अमित यादव लापता हो गया। बच्चे के लापता होने से परिजन परेशान हो गए। पर अमित ने अपने अपहरण की मनगढ़त कहानी बनाते हुए ताऊ को फोन कर उनसे एक लाख की फिरौती मांगी। जिसके बाद बेटे की अपहरण की बात सुनकर माता-पिता समेत अन्य परिजन भी परेशान होने लगे और उन्होंने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई। फिर पुलिस भी सक्रिय हो गई और महज सात घण्टे में ही अमित यादव को बरामद कर लिया। 

इस वजह से अपहरण की बनाई प्लॉनिंग
पुलिस को रात 9 बजे छात्र मानपुरा गांव के सामने राजपुर रोड पर सड़क किनारे घायल अवस्था में पड़ा मिला। उसके पेट में जख्म थे, पुलिस ने तुरंत छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया। पूछताछ में छात्र ने बताया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था बल्कि उसने खुद ही रुपयों के लिए अपने अपहरण की झूठी कहानी रची। इतना ही नहीं उसने अपने शरीर पर कई चोट के निशान बनाए थे, इस बात को भी स्वीकारते हुए पुलिस को बताया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने बताया कि छात्र ने खुद ही अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाकर पुलिस को परेशान किया। वह अपने दोस्तों के साथ मौज मस्ती करने के लिए बाहर जाना चाहता था, सिर्फ इसलिए साजिश रचता है। उन्होंने बताया कि छात्र दोस्तों के साथ मुंबई घूमने जाना चाहता था इसीलिए रुपयों की चाह में उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाई।

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