सार
बाबा का बुलडोज़र अब अखिलेश यादव के गांव में गरजने के लिए तैयार है। इसे लेकर इटावा के प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग ने सैफई-इटावा रोड ने मकानों, दुकानों पर लाल निशान लगाकर अगले कुछ दिनों में बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण को गिराने की तैयारी कर ली है।
इटावा: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के गांव सैफई में बाबा का बुलडोज़र गरजने के लिए तैयार है। बता दें कि प्रदेश भर में अवैध अतिक्रमण पर गरजने वाले बुलडोजर ने अब समाजवादियों के गढ़ सैफई की और रुख कर लिया है। इसे लेकर इटावा के प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग ने सैफई-इटावा रोड पर बने मकानों, दुकानों पर लाल निशान लगाकर अगले कुछ दिनों में बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण को गिराने की तैयारी कर ली है। वहीं जिस तरह से सैफई में मुख्य सड़क के दोनों ओर लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों द्वारा मकानों और दुकानों पर जो लाल रंग के निशान लगाए गए हैं। उसको लेकर सैफईवासियों के मन में जिज्ञासा बनी हुई है कि आने वाले कुछ दिनों में सरकार द्वारा अखिलेश यादव के पैतृक गांव में क्या कार्रवाई की जायेगी।
अतिक्रमण वाली जगह को किया गया चिन्हित
सैफई में पीडब्लूडी द्वारा सैफई के दुमीला बॉर्डर से इटावा शहर क्षेत्र के आईटीआई तक सड़क के दोनों ओर लोकनिर्माण विभाग अपनी जगह में आने वाले अतिक्रमण को चिन्हित कर रहा है। पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड की तीन टीमें इस काम में लगी हुईं थीं. हालांकि शुक्रवार को राजनीतिक दबाव बढ़ने और इसको लेकर लोगों के आक्रोश को देखते हुए बीच में ही सर्वे का काम बंद कर दिया गया है। टीम द्वारा सैफई के हेंवरा तक लाल निशान से चिन्ह लगा दिए गए है। मीडिया के पहुंचने पर आनन-फानन में सर्वे का काम रोकना पड़ा और टीम वापस लौट गई। सूत्रों की मानें तो अब सोमवार से एकबार फिर से आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
कई नेताओं के मकान भी आ रहे इसकी ज़द में
इस अतिक्रमण की जद में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के आवास की एक दीवार समेत पूर्व सांसद मैनपुरी तेज प्रताप यादव का एक प्लॉट और उनके करीबियों के बाजार और दुकानें भी शामिल हैं। इसके अलावा सैफई क्षेत्र में डिग्री कॉलेज समेत जिला पंचायत का इंटर कॉलेज के अलावा सैफई थाने की दीवार और कई अन्य सरकारी भवन भी इसकी जद में आ रहे हैं।
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