सार
जनसभा कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने दावा किया कि पिछली बार से दोगुना ज्यादा वोटों से केशव को जिताएंगे। इसके साथ ही उन लोगों ने यह भी कहा कि इस बार केशव मौर्य को ऐतिहासिक जीत दिलाएंगे।
आशीष सुमित मिश्रा
कौशांबी: सिराथू विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीद केशव मौर्य ने करीब दोपहर 12 बजे के नामांकन कर दिया है।बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उनको नामांकन कराने के लिए पहुंचे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अपना दाल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल भी मौजूद रहीं। नामांकन करने के बाद करीब 12.40 मिनट पर एक रोड शो भी किया गया। ये रोड शो करीब एक किलोमीटर लंबा था। इसके बाद केशव मौर्य समेत सभी लोग एक जनसभा कार्यक्रम में शामिल हुए।
दोगुना ज्यादा वोटों से होगी जीत
सिराथू से केशव प्रसाद मौर्य के चुनाव लड़ने की वजह से वह उत्तर प्रदेश की वीआईपी सीट हो गई है। केशव के हाई प्रोफाइल नामांकन ने इस बात पर मोहर भी लगा दी। इस नामंकन के दौरान भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। रोड शो में भी गाड़ियों की लंबी कतार और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की भीड़ नजर आयी। जनसभा कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने दावा किया कि पिछली बार से दोगुना ज्यादा वोटों से केशव को जिताएंगे। इसके साथ ही उन लोगों ने यह भी कहा कि इस बार केशव मौर्य को ऐतिहासिक जीत दिलाएंगे।
भीड़ तय नहीं करती जीत की राह
वहीं विपक्षी दलों से जुड़े कुछ लोगों ने बातचीत के दौरान कहा कि कार्यक्रम में लोगों की ज्यादा भीड़ से किसी की जीत-हार तय नहीं की जा सकती है। जब इस तरह से किसी बड़े नेता का कार्यक्रम होता है तो भीड़ आ ही जाती है। लेकिन ये भीड़ वोट में तब्दील होगी की नहीं यह तो आने वाला वक्त बताएगा। हालांकि जातीय समीकरण के हिसाब से सिराथू सीट पर बीजेपी के लिए लड़ाई इतनी आसान नहीं होने वाली है।
सपा ने पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा
सपा ने सिराथू सीट से पल्लवी पटेल को टिकट दिया है। पल्लवी पटेल अपना दल (के) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल की छोटी बेटी हैं। पल्लवी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की छोटी बहन हैं। केशव मौर्य दस साल पहले सिराथू सीट से विधायक बने थे और उसके बाद सियासत में पलटकर नहीं देखा। हालांकि, सिराथू सीट कभी बीएसपी का मजबूत गढ़ हुआ करती थी, लेकिन 2012 में केशव प्रसाद मौर्य ने ही यहां पहली बार कमल खिलाया था. इसके बाद से बीजेपी का ही यहां पर कब्जा है।
सिराथू का इतिहास
सिराथू सीट से सपा ने सिर्फ केवल 2014 के उपचुनाव में जीत दर्ज कर पाई थी। केशव प्रसाद मौर्य ने फूलपुर से सांसद चुने जाने के बाद सिराथू के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इस वजह से उपचुनाव कराया गया। साल 1993 से लेकर साल 2007 तक यह क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। उस समय बीएसपी के उम्मीदवार ही जीते थे। साल 2012 में सामान्य होने के बाद केशव प्रसाद मौर्य बीजेपी के टिकट पर जीते। यह उनकी पहली जीत थी। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आगे बढ़ते चले गए।
सिराथू से उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने भरा नामांकन, रोड शो में दिखी भारी भीड़