सार
पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया देखने में जाली नोट और असली मुद्रा को आसानी से पहचाना नहीं जा सकता। अंदेशा है कि नोटबंदी के बाद अप्रचलित मुद्रा को नए नोटों से बदलने के दौरान ही यह नोट करेंसी चेस्ट में पहुंचे हो।
लखनऊ ( Uttar Pradesh) । भारतीय रिजर्व बैंक के करेंसी चेस्ट में 81 लाख 83 हजार रुपये के जाली नोट मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। ये सभी नोट 1000 व 500 रुपये के हैं। पुलिस के मुताबिक रिजर्व बैंक ने महानगर कोतवाली को नोडल थाने के रूप में नामित किया गया है। नोटों की जांच फोरेंसिक टीम से कराई जा रही है, जिसमें ये पता लगाया जा रहा है कि आखिर नोट कहां से तैयार किए गए। फिलहाल, पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया देखने में जाली नोट और असली मुद्रा को आसानी से पहचाना नहीं जा सकता। अंदेशा है कि नोटबंदी के बाद अप्रचलित मुद्रा को नए नोटों से बदलने के दौरान ही यह नोट करेंसी चेस्ट में पहुंचे हो।
जांच में ये बाते आईं सामने
पुलिस निरीक्षक यशकांत सिंह ने बताया कि रिजर्व बैंक के करेंसी चेस्ट से मिले नोट वर्ष 2017 के जुलाई, अगस्त व सितंबर में जमा कराए गए। नोटों की गिनती व जांच में पता चला कि 500 रुपये के 7102 और 1000 रुपये के 4632 नोट जाली हैं। ये नोट किस बैंक शाखा में कब और किस व्यक्ति ने जमा किए थे, इसकी जांच की जा रही है।
पहले भी मिले थे जाली नोट
बता दें कि इससे पहले भी करेंसी चेस्ट में 20, 50 व 100 रुपये के जाली नोट पकड़े जा चुके हैं। बीते वर्ष मई में स्थानीय बैंकों से करेंसी चेस्ट में आए नोटों की पड़ताल में कुल 264 जाली नोट पाए गए थे। इसमें 20 रुपये का एक नोट था, जबकि 50 रुपये के 14 और 100 रुपये के 249 नोट थे। नोटों की कुल कीमत 25 हजार 620 रुपये थी। 13 मार्च को भी करेंसी चेस्ट में 7952 जाली नोट मिले थे, जिसमें 1000 रुपये के 3617, 500 के 3720, 100 के 614 और 50 रुपये का एक नोट शामिल थे। इन नोटों की कीमत 55 लाख 38 हजार 450 रुपये बताई गई थी।
इलाहाबाद बैंक में भी मिले थे 407 जाली नोट
इलाहाबाद बैंक में भी 1000 रुपये के 57 व 500 रुपये के 407 जाली नोट पाए गए थे। इन नोटों की कीमत 2 लाख 60 हजार 500 रुपये थी। ये सभी नोट आठ नवंबर 2016 में नोटबंदी की घोषणा के बाद 31 दिसंबर 2016 तक इलाहाबाद बैंक की विभिन्न शाखाओं में जमा कराए गए थे।