सार

यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही आचार संहिता उल्लंघन के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। हाल ही में रामपुर भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना पर FIR दर्ज हुई है। आकाश से पहले भाजपा प्रत्याशी बलदेव सिंह औलख पर भी मामला दर्ज हो चुका है।  

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha Election) के आगामी चुनाव को लेकर पार्टी के नेता और उम्मीदवार पूरी ऊर्जा के साथ मैदान में उतरे है। जिसके चलते उम्मीदवारों और नेताओं पर चुनाव आचार संहिता उल्लघंन के मामले दर्ज हो रहे। हाल ही में रामपुर में भाजपा के 2 प्रत्याशियों पर अब तक आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज हो चुका है।

बलदेव सिंह औलख के बाद शहर सीट से भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना उर्फ हनी के खिलाफ पटवाई थाने में आचार संहिता उल्लंघन, आपदा प्रबंधन और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि आकाश सक्सेना गुरुवार रात पटवाई थाना क्षेत्र के घनश्यामपुर में मृदुल सक्सेना के आवास पर करीब 70-80 समर्थकों के साथ सभा की और 16 गाड़ियों का काफिला साथ लिए हुए थे। 

बता दें इससे पहले भी आचार संहिता के उल्लंघन में फतेहाबाद विधानसभा (Fatehabad Vidhansabha) क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी छोटेलाल वर्मा और भाजपा नेता रामसकल गुर्जर के खिलाफ आचार संहिता (Code of cunduct) उल्लंघन और महामारी अधिनियम के तहत फतेहाबाद थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका हैं। साथ ही बुलंदशहर (Bulandashahar) जिले की सिकंदराबाद विधानसभा सीट से बसपा उम्मीदवार मनवीर गुर्जर, हसनपुर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी मुखिया गुर्जर के विरुद्ध चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन में मुकदमें दर्ज हो चुके हैं। यूपी आगमी विधानसभा चुनाव से पहले आचार संहिता उल्लंघन के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। 

आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में रामपुर विधानसभा सीट से वकील आकाश सक्सेना को अपना प्रत्याशी बनाया है। दरअसल समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी सरकार में पूर्व मंत्री रहे आजम खान के खिलाफ रामपुर में भाजपा ने आकाश सक्सेना को उतारा हैं। आजम और उनके परिवार पर दर्ज कुल 104 मुकदमों में से 33 मुकदमे अकेले आकाश सक्सेना ने किए हैं। उनका परिवार भारतीय जनता पार्टी से कई दशक से जुड़ा रहा है। उनके पिता भी कई बार विधायक रह चुके हैं।