सार
यूपी के जिले फिरोजाबाद में एक किसान ने फसल बर्बाद होने पर सुसाइड कर लिया। दरअसल किसान ने बट्टे पर जमीन लेकर धान और बाजरे की फसल बोई थी। लगातार हो रही बारिश से उसके खेत में पानी भर गया और उसकी सारी फसल डूब गई। जिसके बाद किसान ने अपने घर के आंगन में सुसाइड कर लिया।
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश में बाढ़ की वजह से राज्य के कई जिले प्रभावित हुए है, जिसकी वजह से पूरी फसल बर्बाद हो गई। इसी वजह से यूपी के जिले फिरोजाबाद में फसल बर्बाद होने पर किसान ने आत्महत्या कर ली क्योंकि उसने बट्टे पर जमीन लेकर धान और बाजरे की फसल बोई थी। इतना ही नहीं 70 हजार रुपए फसल लगाने के लिए भी उधार लिया था। लगातार हो रही बारिश से उसके खेत में पानी भर गया और उसकी सारी फसल डूब गई। इसी से आहत होकर किसान ने अपने घर के आंगन में सुसाइड कर लिया। मृतक के शव का बिना पोस्टमार्टम करवाए अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
बच्चों के साथ खेलने के बाद मृतक ने पी थी चाय
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के जसराना के गांव खामिनी का है। गुरुवार की देर रात अपने गम्छे से फांसी लगाकर किसान ने जान दी है। उसके बाद शुक्रवार को उसकी पत्नी ने जब शव देखा तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। मृतक किसान घनश्याम के घर में उसका नौ महीने का बेटा, तीन साल की बेटी, पांच साल की बेटी, उसकी मां और भाई भी है। उसकी मौत के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। मृतक घनश्याम की पत्नी सोवा का कहना है कि जब वह खेत से लौटे तो काफी परेशान दिख रहे थे। मेरे पूछने के बाद भी उन्होंने कुछ नहीं बोला और बच्चों के साथ खेलने लगे। उसके बाद उन्होंने चाय पी और फिर बाहर आंगन में जाकर लेट गए। रात का खाना भी नहीं खाया था जब सुबह उठी तो देखा उनका शव मेरे सामने लटक रहा था।
परिवार की मदद के साथ दी जाएगी मुआवजा राशि
वहीं दूसरी ओर घनश्याम की मां का कहना है कि शव देखकर बहू बेहोश हो गई। छोटे बेटे ने घनश्याम के शव को नीचे उतारा है। उसके बाद गांव के लोग भी मौके पर जमा हुए। बुजुर्ग मां का कहना है कि अब घर में कोई भी कमाने वाला नहीं बचा है। घर में तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं और इनको घनश्याम पढ़ाना चाहता था लेकिन अब तो उसके बच्चे भूखे रहने की कगार पर हैं। आगे कहती है कि घर की स्थिति बहुत ही खराब है, खुद की कोई जमीन नहीं है। इसके साथ ही कर्जा उतारने का भी संकट है। इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम विवेक राजपूत ने बताया कि उन्होंने परिवार के बारे में सारी जानकारी मंगवा ली है। मृतक किसान घनश्याम के पास कोई जमीन नहीं है। जमीन के पैसे देकर उसने खेती शुरू की थी। उन्होंने आगे कहा कि बारिश में फसल डूबने के बाद वो परेशान था। उसी के बाद उसने यह कदम उठाया है। परिवार की हर संभव मदद करेंगे और मुआवजा राशि दी जाएगी।