सार
आगरा जिले में बुधवार को पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने कहा कि पार्टी इस बार भी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। बेबीरानी मौर्य आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी हैं।
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में बुधवार को बंपर नामांकन पत्र दाखिल किए गए। जिनमें पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य भी शामिल रहीं। बेबीरानी मौर्य का कहना था कि पार्टी इस बार भी पूर्ण बहुमत से फिर से चुनाव जीत रही है। वे आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी हैं।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। 10 फरवरी की पहले चरण में चुनाव होंगे। आगरा की सभी नौ सीटों के लिए 14 जनवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सभी राजनैतिक दलों ने अपने प्रत्यशियों की घोषणा कर दी है। बीजेपी से नामांकन पत्र दाखिल करने आयीं बेबीरानी मौर्य उत्तराखंड की राज्यपाल रही हैं। चार सितंबर को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। बीजेपी में बेबी रानी मौर्य राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने बताया कि वे पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता हैं। पार्टी ने उन्हें चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया है। वे जीतकर आएंगी।
राज्यपाल के बाद विधायक की ताल
संवैधानिक पद पर रहने के बाद बेबीरानी मौर्य अब विधायक बनने की तैयारियों में जुटी हैं। उन्होंने सितंबर 2021 में अपना इस्तीफा दिया था। इसके बाद बीजेपी ने उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया था। वे आगरा की ग्रामीण विधानसभा से चुनाव लड़ रही हैं। 2017 में आगरा ग्रामीण से हेमलता दिवाकर कुशवाहा बीजेपी से विधायक रही हैं। उनका टिकट काटकर बेबीरानी को दिया गया है। टिकट कटने से हेमलता नाखुश हैं। उन्हें मनाने के लिये पार्टी कार्यकर्ता लगे हैं।
इन्होंने किया नामांकन
बुधवार को एक दर्जन से अधिक प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। जिनमें बीजेपी से पक्षलिका सिंह, बेबीरानी, डॉ जीएस धर्मेश, भगवान सिंह कुशवाह, छोटेलाल वर्मा, बीएसपी से विजय किरण केसरी, मुकेश राजपूत, आरएलडी-एसपी गठबंधन से ब्रजेश चाहर, वीरेंद्र सिंह चौहान, अनुज शर्मा, कुंवर चंद वकील और कांग्रेस से रामनाथ सिंह सिकरवार आदि शामिल हैं।