सार

जालसाजी से जुड़ा एक मामला यूपी के आगरा से सामने आया, जहां ऑनलाइन गेमिंग ऐप पर गेम खेलने के लिए युवक ने भुगतान किया। लेकिन उसके बाद उसका ऐप खुलना बंद हो गया। इस घटना के बाद युवक ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप के संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। 

आगरा: यूपी के अलग अलग जिलों की पुलिस टीमें लगातार साइबर अपराध से जुड़े मामलों पर लोगों को सतर्क करती हुई नजर आती है। बावजूद इसके साइबर जालसाजों की ओर से दिखाई जा रही सक्रियता आम लोगों को अपना शिकार बनाकर भारी नुकसान पहुंचाने का काम करती है। इसी जालसाजी से जुड़ा एक मामला यूपी के आगरा से सामने आया, जहां ऑनलाइन गेमिंग ऐप पर गेम खेलने के लिए युवक ने भुगतान किया। लेकिन उसके बाद उसका ऐप खुलना बंद हो गया। इस घटना के बाद युवक ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप के संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस टीम का कहना है कि ऐप का संचालन करने वालों की तलाश की जा रही है, इसके लिए पुलिस की ओर से टीमें गठित की गई हैं। 

गेम खेलने के लिए जमा करे 1000 रुपए, जीतने के बाद खुलना बंद हो गया ऐप
पूरा मामला आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र का है। थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि दहतोरा निवासी दिलीप ने शिकायत की। इसमें कहा कि मोबाइल पर दानी दाता एप प्ले स्टोर से डाउनलोड किया था। इस एप में एक जून को एक हजार रुपये जमा किए थे। इसमें ऑनलाइन गेम खेलना था। दिलीप ने गेम खेलकर एक हजार रुपये जीत लिए। छह जून से एप चालू नहीं हो रहा है। उसकी जानकारी में और भी लोग थे, जिन्होंने यह एप डाउनलोड कर रखा था। उनसे बात करने पर पता चला कि वह भी इसी तरह की धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। इस पर एप के संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

एक सप्ताह पहले प्ले स्टोर से हटा दिया गया ऐप
थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक आनंद शाही ने बताया कि  ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऑनलाइन गेमिंग एप का कार्यालय दिल्ली में है और वहीं से संचालित होता है। उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद छानबीन की गई तो पता चला कि इससे जुड़े कई मामले पहले भी सामने आए हैं। इतना ही नहीं, इस ऐप को एक सप्ताह पहले प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम ऐप संचालित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है। इसके लिए टीमों का गठन भी किया गया है।