सार

साईं बाबा ने अपने वचनों में कहा था कि उन्हें सदा ही जीवित जानो। उसी के आधार पर हम उन्हें जीवित मान कर प्रतिमा को ठण्ड से बचाने के लिए ऊनी वस्त्र पहनाते हैं। 
 

कौशांबी (उत्तर प्रदेश ) । भगवान को भी ठंड से बचाने की कवायद शुरू हो गई है। मंझनपुर में स्थापित साईधाम मंदिर की मूर्ति को ऊनी वस्त्र धारण कराया गया है। साईं बाबा की प्रतिमा को ऊनी शॉल और ऊनी टोपी पहनाकर मुकुट धारण कराया गया है। 

साईं वचनों के कारण करते हैं व्यवस्था
साईं धाम ट्रस्ट के प्रबंधक कृष्ण दत्त ने कहा कि साईं बाबा ने अपने वचनों में कहा था कि उन्हें सदा ही जीवित जानो। उसी के आधार पर हम उन्हें जीवित मान कर प्रतिमा को ठण्ड से बचाने के लिए ऊनी वस्त्र पहनाते हैं। 

इस तरह होती है आरती
मंदिर में रोज की दिनचर्या के अनुसार साईं बाबा की आरती भी रीती-रिवाज से उतरी जाती है। पुजारी धर्मेंद्र शुक्ला कहते हैं कि ठंड से बचने के लिए हम ऊनी वस्त्र पहनते हैं, उसी प्रकार प्रतिमा में भी प्राण प्रतिष्ठा कराई जाती है। जिसके कारण शीत से बचाने के लिए साईं बाबा को ऊनी वस्त्र पहनाया गया है और फिर उनकी पूजा अर्चना की गई है।