सार

ज्ञानवापी मस्जिद में दूसरे दिन शनिवार को सर्वे के लिए पहुंची टीम को वापस जाना पड़ा। आरोप है कि मुस्लिम पक्षकारों की ओर से सर्वे में सहयोग नहीं किया गया। गेट पर खेड़ होकर कमिश्नर को भी अंदर नहीं जाने दिया गया। जिसके चलते टीम वापस चली गई। 

वाराणसी: ज्ञानवापी सर्वे टीम को मुस्लिम पक्षकारों के द्वारा रोक गया। जिसके चलते दूसरे दिन शनिवार 7 मई को सर्वे नहीं हो पाया। सर्वे टीम बैरंग ही वहां से वापस चली गई। 

दरवाजे पर खड़े हो गए मुस्लिम पक्षकार 
बताया गया कि टीम ने अंदर जाने का प्रयास किया तो मुस्लिम पक्षकार दरवाजे पर खड़े हो गए। जिसके बाद कमिश्नर की कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई। मामले को 9 मई को कोर्ट के सामने रखा जाएगा। इसके बाद अगर स्पष्ट आदेश की जरूरत पड़ती है तो वो भी लिया जाएगा। कोर्ट का आदेश पहले ही काफी स्पष्ट था बैरिकेडिंग के अंदर जाने को लेकर हालांकि इसके अगर कोई समस्या आ रही है तो उसे कोर्ट के सामने रखा जाएगा। 

विरोध के बाद हिंदू पक्ष के वकील आए बाहर 
आपको बता दें कि इससे पहले मुस्लिम पक्ष की ओर से कमिश्नर बदलने और वीडियोग्राफी पर रोक को लेकर कोर्ट का रुख किया गया था। हालांकि कोर्ट की ओर से इसको लेकर इंकार कर दिया गया। जिसके बाद टीम सर्वे के लिए ज्ञानवापी पहुंची। हालांकि यह मुस्लिम पक्षकारों ने लगातार विरोध किया जिसके चलते हिंदू पक्ष के वकील बाहर निकल आए। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को जज रवि कुमार दिवाकर की बेंच के सामने रखा जाएगा। इसके बाद मुस्लिम पक्ष के वकील भी बाहर आ गए। हालांकि उन्होंने मीडिया के सामने कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया।  

शनिवार को ही हुई सुनवाई के बाद पहुंची थी टीम 
ज्ञात हो कि इससे पहले पहले दिन के सर्वे के दौरान भी बाहर कुछ लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की गई थी। हालांकि पुलिस ने उन्हें मुख्य मार्ग से गलियों में खदेड़ दिया था। इसके बाद शनिवार को ही मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में कमिश्नर बदलने को लेकर अर्जी दी। मामले में शनिवार को ही 2 बजे सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने कमिश्नर को बदलने से इंकार कर दिया और वीडियोग्राफी पर भी प्रतिबंध नहीं लगाया गया। इसी के बाद टीम एक बार फिर सर्वे के लिए पहुंची। हालांकि वहां से बैरंग वापस आना पड़ा। 

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