सार
हमीरपुर में व्यापारी के आवास पर हुई छापेमारी कई घंटों तक जारी रही। इस दौरान बड़ी मात्रा में नकदी और सोना की बरामदगी हुई है। टीम ने नकदी और सामान को भरकर एसबीआई को सौंप दिया है। जिस दौरान फैक्ट्री को सील किया गया उस समय दो स्थानों पर गुटखा तैयार किया जा रहा था।
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जनपद में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विभाग की टीम के द्वारा गुटखा व्यवसायी के मकान और फैक्ट्री पर 18 घंटे तक जांच पड़ताल चली। इस दौरान साढ़े छह करोड़ की नकदी और बड़ी मात्रा में सोना बरामद हुआ है। सीजीएसटी की टीम ने बरामद नकदी और अन्य सामान के तीन बक्सों को एसबीआई के अधिकारियों को सौंप दिया है। जांच के दौरान पता चला कि गुटखा व्यवसायी अपना करोड़ों का गोरखधंधा दो नौकरों के नाम से कर रहा है। आवास और फैक्ट्री से मिले कागजातों से टैक्स चोरी की पुष्टि हुई है। वहीं टीम ने व्यवसायी के खिलाफ इसको लेकर मुकदमा भी दर्ज करवा सकती है।
कई अहम दस्तावेज भी आए सामने
आपको बता दें कि मंगलवार की सुबह कानपुर की सीजीएसटी की टीम ने दयाल गुटखा के निर्माता के आवास पर छापेमारी की। यह छापेमारी गल्ला मंडी निवासी व्यवसायी जगत गुप्ता के आवास पर हुई। आवास के निचले हिस्से में ही गुटखा फैक्ट्री का संचालन हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी बताया गया कि टीम के हाथ कई अहम दस्तावेज लगे हैं। कुछ ऐसे दस्तावेज भी सामने आए हैं जिसमें साबित हुई है कि पूरा कारोबार दो नौकरों के नाम पर संचालित हो रहा था।
मुनीम के नाम पर करवा रखा था रजिस्ट्रेशन
2013 के बाद जगत ने दयाल गुटखा का रजिस्ट्रेशन राकेश पंडित और तंबाकू का रजिस्ट्रेशन सहदेव के नाम पर करवाया था। दोनों ही जगत के मुनीम हैं। जिसके बाद देखा होगा कि सीजीएसटी की टीम अपनी कार्रवाई जगत के खिलाफ करती हैं या फिर इन दोनों मुनीम के खिलाफ एक्शन होता है।
टैक्स चोरी से जुड़े कागजात भी मिले
डिप्टी कमिश्नर बृजेंद्र कुमार मीणा ने जानकारी दी कि गुटखा व्यवसायी के आवास से टैक्स चोरी से जुड़े कुछ कागजात मिले हैं। जिसके बाद बरामदगी का खुलासा जल्द ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की ओऱ से किया जाएगा। जिस जगह पर टीम छापेमारी के लिए पहुंची थी वहां कमरे में पड़े बेड और नीचे से नोटों के बंडल भी बरामद हुए हैं। इसके बाद ही टीम के सदस्यों में और भी सक्रियता देखी गई।