सार
योगी जी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश के बाद से ही पुलिस ने एनकाउंटर में कईयों को निपटाया है। बिकरू कांड में पुलिस एनकाउंटर में मारे गये विकास दुबे और उनके साथियों के मारे जाने के बाद से बिकरू गांव के लोग काफी खुश हैं।विकास दुबे की कोठी पर लगे झंडे को देखकर बिकरू समेत आसपास के गांवों में किस पार्टी को वोट करना है। उसका मैसेज पहुंच जाता था।
उन्नाव: योगी सरकार का गठन होने के बाद से ही बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई देखी जा सकती थी। आलम ये है की सभी बदमाश या तो यूपी छोड़कर भाग रहे हैं या तो पुलिस के सामने सरेंडर कर रहे हैं। योगी जी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश के बाद से ही पुलिस ने एनकाउंटर में कईयों को निपटाया है। बिकरू कांड में पुलिस एनकाउंटर में मारे गये विकास दुबे और उनके साथियों के मारे जाने के बाद से बिकरू गांव के लोग काफी खुश हैं। इसी अभियान में विकास के गैंग में शामिल प्रवीण दुबे को भी पुलिस ने मार गिराया था। प्रवीण के बुजुर्ग पिता ओमप्रकाश का कहना है कि उन्हें बीजेपी पसंद है। उनका ये भी कहना है कि विकास दुबे के वक्त गांव और आसपास के इलाकों में काफी डर था। विकास के मारे जाने के बाद गांव के हालात बदले हैं।
आपको बता दें की दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने बीते 2 जुलाई 2020 को अपने गुर्गों के साथ मिलकर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया था। विकास दुबे की मौत के बाद बिकरू में ग्रामीणों ने जश्न भी मनाया था। गांव में विकास दुबे का इतना कहर था कि चुनाव में जिस भी पार्टी को वो वोट डालने के लिए कहता, उसे ही सब लोग वोट देते थे। विकास दुबे की कोठी पर लगे झंडे को देखकर बिकरू समेत आसपास के गांवों में किस पार्टी को वोट करना है। उसका मैसेज पहुंच जाता था। यहां सपा के भी वोटर हैं, लेकिन वे भी कह रहे हैं कि मौजूदा हालत को देखकर वे भी अपने परंपरागत पार्टी से किनारा कर सकते हैं।
जाति-धर्म देखकर कार्रवाई का आरोप
सीएम योगी आदित्यनाथ का मुठभेड़ों को खुला समर्थन और अपराधियों को ठोकने जैसे बयानों के चलते विपक्षी दलों ने कई बार सरकार पर निशाना साधा। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने खुले मंच से सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार दलित, मुस्लिमों व पिछड़ों को मुठभेड़ में निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस मुठभेड़ में करीब 38% मुस्लिम मारे गए। इसी तरह बिकरू कांड के बाद बीएसपी व सपा समेत अन्य दलों ने सरकार पर ब्राह्मणों को निशाना बनाने का आरोप लगाया। खासतौर से बिकरू कांड के बाद मुठभेड़ में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी की गिरफ्तारी को लेकर आज भी बीएसपी और सपा हर मंच से आवाज उठा रहे हैं। कांग्रेस ने खुशी की बहन को टिकट भी दिया है।
सरकार के करीबियों पर नरमी के आरोप
अपराधियों और अपराध के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को लेकर विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार सत्ता के करीबी अपराधियों पर नरमी बरत रही है। खासतौर से पूर्वांचल के बृजेश सिंह, धनंजय सिंह व बाहुबली रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को लेकर सरकार पर निशाना साधा गया। अखिलेश यादव और उनकी पार्टी ने धनंजय सिंह को लेकर तो खुलकर ट्वीट किए।
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