सार

रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई पर नवंबर में फैसला आ सकता है। कोर्ट के फैसले से पहले अयोध्या में हाई एलर्ट रहेगा। जिला प्रशासन ने सरकार से अतिरिक्त फोर्स की मांग की है। अभी से अयोध्या में सुरक्षा कारणों से पुलिस एक्टिव है। जगह-जगह चेकिंग की जा रही है। इस बार दीपोत्सव पर पिछले साल की अपेक्षा अधिक सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। इस साल दीपोत्सव के कार्यक्रम का भी विस्तार किया गया है। इस बार भरतकुंड से लेकर शहर के अन्य 12 स्थलों पर तीन दिनों तक यह पर्व चलेगा। 

अयोध्या(UTTAR PRADESH ). रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई पर नवंबर में फैसला आ सकता है। कोर्ट के फैसले से पहले अयोध्या में हाई एलर्ट रहेगा। जिला प्रशासन ने सरकार से अतिरिक्त फोर्स की मांग की है। अभी से अयोध्या में सुरक्षा कारणों से पुलिस एक्टिव है। जगह-जगह चेकिंग की जा रही है। इस बार दीपोत्सव पर पिछले साल की अपेक्षा अधिक सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। इस साल दीपोत्सव के कार्यक्रम का भी विस्तार किया गया है। इस बार भरतकुंड से लेकर शहर के अन्य 12 स्थलों पर तीन दिनों तक यह पर्व चलेगा। 
 

सरकार से मांगी गयी अतिरिक्त फ़ोर्स 
अयोध्या के जिला प्रशासन ने सरकार से अतिरिक्त फ़ोर्स की मांग की है। इसमें 7 एएसपी, 20 डिप्टी एसपी, 10 कंपनी अतिरिक्त फोर्स के अलावा बड़ी संख्या में इंसपेक्टर व एसआई की मांग की गई है। वर्तमान में चल रही दुर्गा पूजा के मुख्य पर्व व शोभा यात्रा के दौरान ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जाएगी। 

सरयू नदी में मूर्ति विसर्जन होगा प्रतिबंधित 
इस साल प्रशासन ने दुर्गापूजा को प्रदूषण मुक्त रखने का प्लान तैयार किया है । दुर्गा पूजा समितियों से अपील की गयी है कि कार्यक्रम को प्लास्टिक मुक्त रखें। वहीं गुलाल अबीर का प्रयोग प्रतिबंधित कर उनके स्थान पर फूलों का प्रयोग करने को कहा गया है।