सार
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया, घटना हरदोई जिले के कोतवाली शहर इलाके के भदेसा गांव की है। जानकारी के मुताबिक, रविवार (15 सितंबर) भदेसा का रहने वाला अभिषेक (24) अपनी प्रेमिका से चोरी-छिपे मिलने उसके घर पहुंचा था।
हरदोई (उत्तर प्रदेश). यूपी के हरदोई में प्रेम संबंधों के चलते एक दलित युवक की कथित रूप से जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई। वहीं, युवक की मौत के सदमे में उसकी मां ने भी दम तोड़ दिया। वहीं, मामले को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि यूपी में न महिलाएं, न दलित और न पिछड़े कोई सुरक्षित नहीं है।
क्या है पूरा मामला
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया, घटना हरदोई जिले के कोतवाली शहर इलाके के भदेसा गांव की है। जानकारी के मुताबिक, रविवार (15 सितंबर) भदेसा का रहने वाला अभिषेक (24) अपनी प्रेमिका से चोरी-छिपे मिलने उसके घर पहुंचा था। घरवालों ने दोनों को साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया, जिसके बाद युवक की जमकर पिटाई की। इसपर भी जब उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो युवक को कमरे में बंद कर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और बाहर से ताला लगा दिया। आसपास के लोगों ने घर में आग लगने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अभिषेक को मकान का ताला तोड़कर बाहर निकाला। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। खबर मिलते ही अभिषेक की मां रामबेटी (50) अस्पताल पहुंची और बेटे का हाल देख उन्हें सदमा लगा। उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया।
जाति की वजह से प्रेम संबंध को परिवार ने नहीं दी मंजूरी
पुलिस ने युवती के फूफा और बुआ को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। युवती को उसकी बुआ ने गोद लिया था। बताया जा रहा है कि अभिषेक और युवती के बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। 6 साल पहले दोनों चोरी-छिपे फरार हो गए थे, जिन्हें बाद में ढूंढ निकाला गया था। दोनों अलग अलग जाति के हैं, इसलिए परिवारवालें उनके इस रिश्ते के खिलाफ थे।
मृतक के परिवार का क्या है कहना
वहीं, मृतक के परिवारवालों का कहना है, युवक अपनी बीमार मां के इलाज के लिए 25000 रुपए जुटाकर लौट रहा था। रास्ते में परिवार से दुश्मनी रखने वालों ने उसे रोक लिया और एक घर में ले गए। जहां उन्होंने युवक से पैसे छीन लिए और उसे जिंदा जला दिया।
कांग्रेस ने योगी सरकार पर बोला हमला
मामले को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया, बीजेपी राज में एक और दलित को जिन्दा जलाया, यह अमानवीय व शर्मनाक है। यूपी में राजनीतिक मकसद हासिल करने के लिए सामाजिक ताने-बाने पर प्रहार हो रहा है। राजनीतिक रोटियां सेंकने वाला सत्ता पक्ष चुप है। यूपी में न महिलाएं सुरक्षित हैं, न दलित और न ही पिछड़े।