सार
यूपी के मैनपुरी में एक पति ने ही अपनी पत्नी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में पति का कहना है कि उसकी पत्नी ने उससे 2 लाख रुपए ले लिए जो कि अब वापस नहीं कर रही है। वहीं, इस मामले में पति की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस टीम जांच में जुट गई है।
मैनपुरी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में धोखाधड़ी (Fraud) और जालसाजी के अनेकों मामलों के बीच यूपी के मैनपुरी (Mainpuri) से इसी से जुड़ा हुआ एक अजीबोगरीब व हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जहां एक पति ने ही अपनी पत्नी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में पति का कहना है कि उसकी पत्नी ने उससे 2 लाख रुपए ले लिए जो कि अब वापस नहीं कर रही है। वहीं, इस मामले में पति की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस टीम जांच में जुट गई है।
8 लाख रुपए की मांग पर तलाक के लिए राजी हुआ पति, 2 लाख लेकर पत्नी ने केस किया खत्म
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, औरैया जिले के सतेश्वर के रहने वाले गोपाल द्विवेदी की शादी 12 जून 2005 को दीप्ति निवासी गांव हविलिया, थाना दन्नाहार (मैनपुरी) के साथ हुई थी। हाल ही में उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ भरण पोषण का मुकदमा दर्ज कराया था। काफी दिनों तक हुई मानसिक प्रताड़ना में बाद आठ लाख रुपये एकमुश्त अदा करने पर पति पत्नी के बीच तलाक के लिए सहमति बनी थी। जिसके बाद पीड़ित पति गोपाल द्विवेदी की ओर से अपनी पत्नी को दो लाख रुपये दे दिए गए। पति ने आरोप लगाते हुए कहा कि दो लाख रुपये लेने के बाद अब पत्नी अपनी बात से मुकर गई है। इतना ही नहीं, उसने न्यायालय से अपना तलाक वाला मुकदमा भी खारिज करा लिया। इसके बाद जब दिए गए 2 लाख रुपए वापस मांगे गए तो अब वह दो लाख रुपये भी वापस नहीं कर रही है।
शादी के बाद से अलग-अलग रह रहे थे पति-पत्नी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, साल 2015 में हुई शादी के कुछ समय बाद से गोपाल द्विवेदी और उसकी पत्नी दीप्ति आपसी सहमति से अलग अलग रहने लगे। पत्नी अपने बेटे को लेकर अपने मायके चली गई और एक बेटी के साथ गोपाल रहने लगा। जिसके कुछ समय बाद ही उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ भरण पोषण का मुकदमा दर्ज करा दिया। पीड़ित गोपाल का कहना है कि 2 लाख रुपए की हुई धोखाधड़ी को लेकर कई बार उसने शिकायत दी, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी। पीड़ित ने अब न्यायालय के आदेश पर कोतवाली में पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। इंस्पेक्टर कोतवाली विक्रम सिंह ने बताया कि न्यायालय आदेश पर मामला दर्ज हुआ है। मामले में जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।