सार
28 फरवरी को पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली लॉ स्टूडेंट ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर केस को लखनऊ से ट्रांसफर करने की अपील की थी। साथ ही पीड़िता ने अपनी जान को भी खतरा बताया था। मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होनी वाली थी, लेकिन इससे पहले ही जस्टिस आर. भानुमति ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया।
लखनऊ (Uttar Pradesh)। पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद मामले में अब नया मोड़ आ गया है। सुप्रीम कोर्ट की जज जस्टिस आर. भानुमति ने खुद को इस मामले की सुनवाई से अलग कर लिया है। जिसके बाद अब इस मामले की सुनवाई शीर्ष अदालत की नई पीठ करेगी। बता दें कि शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली एलएलएम की एक छात्रा ने चिन्मयानंद के ऊपर किडनैपिंग और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है।
चिन्मयानंद पर यह लगा है आरोप
शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली एलएलएम की एक छात्रा ने चिन्मयानंद के ऊपर किडनैपिंग और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। पीड़ित लड़की ने फेसबुक पर वीडियो बनाकर डाला था, जिसमें उसने चिन्मयानंद के पर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया था। उसके बाद पीड़िता रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी, जिसके बाद उसके पिता ने इस संबंध में चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।
आज होनी थी सुनवाई
28 फरवरी को पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली लॉ स्टूडेंट ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर केस को लखनऊ से ट्रांसफर करने की अपील की थी। साथ ही पीड़िता ने अपनी जान को भी खतरा बताया था। मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होनी वाली थी, लेकिन इससे पहले ही जस्टिस आर. भानुमति ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया।
केस दिल्ली ट्रांसफर करने की गुहार
शाहजहांपुर रेप मामले में पीड़िता के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने मामले की सुनवाई यूपी से दिल्ली ट्रांसफर करने की गुहार लगाई है। साथ ही पीड़िता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की ओर से चिन्मयानंद को जमानत दिए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।