सार
यूपी के कानपुर जिले में कमला क्लब निवासी एक बुजुर्ग ने बुधवार को ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली थी। गुरुवार को शव की शिनाख्त हुई और एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें बुजुर्ग ने जेके कॉटन मिल प्रबंधक व सुरक्षा अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप लगा खुदकुशी का जिम्मेदार ठहराया।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में बीते बुधवार को एक बुजुर्ग ने ट्रेन के सामने आकर खुदकुशी कर ली थी। लेकिन उनकी पहचान होने के बाद फजलगंज पुलिस ने उनके सुसाइड नोट के अनुसार बड़ा कदम उठाया है। शहर के कमला क्लब निवासी हृदय नारायण श्रीवास्तव (72) के शिनाख्त हुई है। उन्होंने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट अपने दोस्त के हवाले छोड़ दिया था। जिसमें उन्होंने जेके कॉटन के प्रबंधक संजय दुबे और सुरक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह के खिलाफ खुदकुशी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की है। जिसके बाद से अधिकारी घर से लापता हो गए।
तीस साल से प्रबंधन ने नहीं दिए थे 30 लाख रुपए
मृतक हृदयनारायण श्रीवास्तव मूलरूप से औरैया के चपौली के निवासी है। वह अपनी पत्नी उर्मिला व दो बेटों, बहुओं और पौत्रों के साथ कमला क्लब में स्थित बंगला नंबर 43 में रहते थे। छोटे बेटे अमित सौरभ ने बताया कि उनके पिता मिल में तीनों शिफ्ट के स्टिलिंग इंचार्ज थे। पर तीस साल से प्रबंधन ने तनख्वाह के 30 लाख रुपये नहीं दिए। इतना ही नहीं मकान खाली करने का दबाव बना रहे थे। कभी बिजली तो कभी पानी का कनेक्शन काट देते थे। साथ ही कभी-2 तो सड़कें खोद दी जाती है। जिसकी वजह से पूरा परिवार काफी परेशान था। बुधवार की सुबह पिता घर से निकलने के बाद वापस नहीं आए और उनकी मौत की सूचना मिली।
पिता के मौत के बाद तुरंत जोड़ दिया बिजली कनेक्शन
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में उन्होंने मिल प्रबंधक और सुरक्षा अधिकारी के प्रताड़ित करने की बात भी लिखी थी। वहीं मृतक के छोटे बेटे अमित ने बताया कि उनकी मां प्रबंधक और सिक्योरिटी अधिकारी की प्रताड़ना के चलते डिप्रेशन तक का शिकार हो गई हैं। पिता के सुसाइड की खबर मिलते ही प्रबंधन ने घर का बिजली और पानी का कनेक्शन जोड़ दिया, जिससे उन पर कोई आंच न आए। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के बेटे की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।