सार
यूपी के जिले कानपुर में जेल से बाहर आए व्यापारी ने दुष्कर्म का आरोप लगाकर समझौते करने के बाद लाखों रुपए लेने के गिरोह का पर्दाफाश किया है। जिसमें पुलिस विभाग में तैनात एक सिपाही भी है। अभी तक कुल नौ मामले हनी ट्रैप को लेकर सामने आए है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश में दुष्कर्म के नाम पर समझौते करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। रईसों और सरकारी कर्मचारियों को कंगाल करने वाले एक गिरोह का पता चला है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि जिस व्यापारी को युवती और उसके साथियों ने दुष्कर्म के झूठे आरोप लगाकर जेल भिजवाया था। उसी ने बाहर आने के बाद इनकी कुंडली खंगाली और पोल खोल दी है। उसके बाद अदालत के आदेश से मुकदमा दर्ज कराया गया है। इतना ही इस गिरोह में जालौन में तैनात एक सिपाही और एक युवती भी शामिल है।
2019 में महिला ने दुष्कर्म का लगाया था आरोप
शहर की कल्याणपुर पुलिस ने पौने दो साल तक चली जांच के बाद जालौन के सिपाही रवींद्र सिंह राजपूत, दुष्कर्म का आरोप लगाकर पैसा ऐंठने वाली महोबा की श्यावन निवासी सीमा उर्फ साधना और इंद्रपाल व पुष्पेंद्र राजावत के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दायर कर दी है। दरअसल साल 2019 के अगस्त महीने में भवन निर्माण सामग्री विक्रेता आवास विकास केशवपुरम निवासी हरिश्चंद्र पांडेय के विरुद्ध महोबा की श्यावन निवासी सीमा उर्फ साधना ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। वह तीन महीने जेल में रहे। उसके बाद जब जेल से बाहर आकर आरोप लगाने वाली युवती की कुंडली खंगालनी शुरू की तो चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं।
हनी ट्रैप मामले में आए है अब तक कुल 9 मामले
हरिश्चंद्र को पता चला कि इस मामले में पूरा एक गिरोह काम कर रहा है। इसमें युवती के अलावा रवींद्र सिंह राजपूत, इंद्रपाल और पुष्पेंद्र राजावत नाम के शख्स भी शामिल हैं। रवींद्र सिंह पुलिस विभाग में जालौन में तैनात है। यह सभी मिलकर रईसों को दुष्कर्म, दुष्कर्म के प्रयास या छेड़छाड़ के मामले में फंसाकर ब्लैकमेल करते थे। इसी तरह से उन्होंने हरिश्चंद्र से भी 15 लाख रुपये मांगे गए थे। रकम नहीं देने पर युवती ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। हनी ट्रैप के अब तक कुल नौ मामले सामने आए है, जिससे लाखों रुपए ऐंठते थे।
इन मामलों में गिरोह ने ऐठे थे लाखों रुपए
इसके अलावा एक मामले में युवती ने जुलाई 2019 में उरई में एक्साइज विभाग के एक अधिकारी को प्रेमजाल में फंसाकर शारीरिक संबंध बनाए। फिर लिखित समझौता करके साढ़े तीन लाख रुपये झटक लिए। उसके बाद जुलाई 2020 में छतरपुर निवासी एक युवक पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप लगाया और उससे चार लाख रुपये समझौते के नाम पर ले लिए। बाद में पीड़ित ने इनके खिलाफ रंगदारी मांगने का मुकदमा भी दर्ज कराया। इसके बाद सितंबर 2020 में भोपाल रेलेव में तैनात दो अधिकारियों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया और उनसे भी समझौते के नाम पर 20 लाख रुपये मांगे।