सार
यूपी के जिले कानपुर में गर्ल्स हॉस्टल वीडियो वायरल मामले को वार्डेन ने दबाने का प्रयास किया था लेकिन छात्राओं ने नहीं सुनी और जमकर हंगामा किया था। छात्राओं का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के मोबाइल को वापस कर दिया जिसकी वजह से पुलिस सवाल के घेरे में आ गई है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं का नहाते हुए वीडियो का मामला सामने आया था। इसका आरोप वहां की एक कर्मचारी पर लगा है, जिसके बाद पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया था। इस प्रकरण में नया मोड़ सामने आया है कि वहां की वार्डेन ने मामले को दबाने का प्रयास भी किया था। इतना ही नहीं छात्राओं को धमकाया भी ताकि मामला बाहर न जाए। वार्डेन ने यह भी कहा कि जो हुआ उसे भूल जाओ लेकिन छात्राओं ने एक नहीं सुनी और जमकर हंगामा किया। साथ ही पुलिसकर्मियों को सूचना दी। पुलिस को आशंका है कि इस बार तो आरोपी पकड़ लिया गया है लेकिन पूरी संभावना है कि ऐसी करतूत वह पहले भी कर चुका होगा। इसलिए उससे सख्ती से पूछताछ जारी है, जिससे सभी तथ्य स्पष्ट हो सकें।
पुलिसकर्मियों पर लगा लापरवाही का आरोप
हॉस्टल की छात्राओं का आरोप है कि 112 की सचूना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने आरोपी ऋषि का मोबाइल वापस कर दिया था, जिसके बाद उसने सारे अश्लील वीडियो व फोटो डिलीट कर दिए। इस वजह से सभी पुलिसकर्मी भी सवालों के घेरे में आ गए हैं कि आखिर इतनी बड़ी लापरवाही वह कैसे कर सकते हैं। इस घटना के बाद से डरी-सहमीं छात्राएं हॉस्टल छोड़ने को मजबूर है। हर कोई किसी दहशत में हैं। साथ ही सभी को अपने-अपने बारे में आशंका हो रही है कि कहीं उनका वीडियेा या फोटो आरोपी ने नहीं बना लिया। वारदात से खौफ में आईं छात्राओं में से अधिकतर देर रात तक हॉस्टल छोड़कर चली गई हैं। हालांकि पुलिस अफसरों ने छात्राओं को आश्वासन दिया है कि आरोपी का मोबाइल कब्जे में है और उसका डाटा गोपनीय रखा जाएगा।
आठ साल से काम कर रहा है आरोपी
शहर के इस हॉस्टल में एक नेम प्लेट लगी है, जिसमें सुरेंद्र नाथ तिवारी पुलिस अधीक्षक लिखा है। इसके साथ ही सबसे ऊपर अस्थायी निवास भी लिखा हुआ है। नेम प्लेट पर लिखे सुरेंद्र नाथ कानपुर में तैनात भी रहे हैं लेकिन वर्तमान में वह बुलंदशहर में एसपी सिटी है। ऐसी आशंका है कि कहीं हॉस्टल उनका तो नहीं पर बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि हॉस्टल से उनका कोई संबंध नहीं है। उनके नाम का बोर्ड किसने और क्यों लगाया कुछ नहीं पता है। पुलिस अब तक यह पता नहीं कर पाई है कि हॉस्टल का मालिक कौन है। इस मामले को लेकर एसीपी कल्याणपुर का कहना है कि आरोपी ऋषि सर्वोदय नगर का रहने वाला है। वह करीब आठ वर्षों से हॉस्टल में काम कर रहा है और वह यहीं पर वह रुकता था। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी पूरी संभावना है कि ऐसी करतूत वह पहले भी कर चुका होगा। इस वजह से सख्ती से पूछताछ जारी है।