सार

सीएए हिंसा में हयात जफर हाशमी को नरमी बरतकर क्लीनचिट क्यों दी गई इसको लेकर जांच जारी है। उन पुलिसकर्मियों की भी जांच हो रही है जो हयात को क्लीनिट देने में शामिल थे। 
 

कानपुर: हिंसा के आरोपी हयात जफर हाशमी को सीएए हिंसा के दौरान नरमी बरतकर क्लीनचिट क्यों दी गई इसकी भी जांच होगी। पुलिस कमिश्नर की ओर से उस पुराने मामले की फाइल खोल दी गई है। इसी के साथ आरोपी की पूरी कुंडली खंगाली जा रही है। मामले में जिन पुलिसकर्मियों ने उसे क्लीनचिट दी उनकी भी जांच की जा रही है। कमिश्नरेट पुलिस यह जांच कर रही है कि आखिर किस आधार पर उसे क्लीनचिट दी गई थी। 

हिंसा भड़काने में हयात का था अहम योगदान
गौरतलब है कि सीएए हिंसा के दौरान भी हयात को एक केस में आरोपी बनाया गया था। हालांकि चार्जशीट से उसका नाम ही गायब था। विवेचना के दौरान ही उसका नाम निकाल दिया गया। जबकि हयात ने फेसबुक समेत तमाम जगहों पर वीडियो पोस्ट कर कई लोगों को भड़काने का काम किया था। भीड़ जुटाने को लेकर भी हयात की भूमिका काफी ज्यादा रही थी। हिंसा के मामले में भले ही वह पर्दे के पीछे रहा लेकिन उसने साजिश रचने को लेकर कोई भी कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। इसके बावजूद उसे क्लीनचिट दे दी गई। दूसरे मामले में फिर से नाम सामने आने के बाद वह बेनकाब हुआ तो फिर से पुराने मामले की जांच शुरू हो गई। 

अन्य लोगों की भी हो रही है जांच

वहीं इस एक नाम के सामने आने के बाद सीएए हिंसा में भीड़ जुटाने, भड़काने औऱ हिंसा की साजिश करने वालों के खिलाफ भी जानकारी जुटाई जा रही है। हिंसा के जो मामले दर्ज थे उसमें हयात के अलावा किन-किन लोगों का नाम बाहर किया गया उसकी जांच भी जारी है। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। 

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