सार
भूपेंद्र सिंह चौधरी को बीजेपी का अगला प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं काफी तेज हो गई है। उन्हें दिल्ली बुलाए जाने के बाद माना जा रहा है कि उनके नाम का आधिकारिक ऐलान गुरुवार को हो सकता है।
लखनऊ: यूपी बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर भूपेंद्र सिंह चौधरी का नाम काफी चर्चाओं में है। वह उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायती राज मंत्री हैं, वह उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य भी हैं। उन्हें दिल्ली बुलाए जाने के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उनके नाम का ऐलान हो सकता है। भूपेंद्र चौधरी को 10 जून 2016 को उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सदस्य चुना गया था। उनका जन्म 1966 में मुरादाबाद जिले के थाना छजलैट इलाके के ग्राम महेंद्री सिंकदरपुर में हुआ था।
छात्र जीवन से ही विश्व हिंदू परिषद से जुड़े भूपेंद्र सिंह चौधरी
आपको बता दें कि भूपेंद्र सिंह चौधरी की शुरुआती शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में हुई और फिर उन्होंने मुरादाबाद के आरएन इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की। छात्र जीवन में ही वह विश्व हिंदू परिषद से जुड़े और फिर वर्ष 1991 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली, इसके दो साल बाद 1993 में वह भजापा की जिला कार्यकारिणी के सदस्य बन गए। वर्ष 2006 में उन्हें भाजपा ने मुरादाबाद का क्षेत्रीय मंत्री बनाया, इसके बाद 2012 में पार्टी का क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया गया, 2016 में चौधरी भूपेंद्र सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने एमएलसी नामित किया। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनी तो चौधरी भूपेंद्र सिंह को पंचायतीराज का अध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह से हार गए थे चुनाव
भूपेंद्र सिंह को वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने लोकसभा का टिकट देकर संभल से चुनावी मैदान में उतारा था। इस चुनाव में चौधरी भूपेंद्र सिंह समाजवादी पार्टी के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से हार गए थे। हालांकि इस चुनाव में हार के बाद भी बीजेपी ने उन पर अपना भरोसा कायम रखा। इस विश्वास का असर विधानसभा चुनाव में भी साफ़ देखने को मिला। चौधरी भूपेंद्र सिंह जाट बिरादरी से आते हैं और पश्चिम उत्तर प्रदेश में जाटों पर उनकी काफी अच्छी पकड़ है। 2022 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने चौधरी भूपेंद्र सिंह को दूसरी बार भी एमएलसी नामित किया गया, इस बार भी उत्तर प्रदेश सरकार में उनको पंचायती राज मंत्री बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है।
जाट बाहुल इलाकों में बीजेपी को मिल सकता है फायदा
भूपेंद्र सिंह चौधरी को यह जिम्मेदारी मिलने के बाद पश्चिमी यूपी की तकरीबन सात जाट बाहुल लोकसभा सीटों पर भाजपा को फायदा हो सकता है। इसी के साथ प्रदेश में भी पिछड़े वोट बैंक को साधने में पार्टी को काफी अधिक मदद मिल सकेगी। चौधरी अमित शाह के भी काफी करीबीी है और पुराने स्वंय सेवक भी है। बुधवार को उनको आनन-फानन में दिल्ली बुलाए जाने के बाद चर्चाएं काफी तेज हैं। वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी इस दौड़ में शामिल माना जा रहा है।
भूपेंद्र चौधरी को बुलाया गया दिल्ली, बनाए जा सकते हैं यूपी बीजेपी के अध्यक्ष