सार
लखीमपुर खीरी के प्रभात हत्याकांड मामले को लेकर प्रभात गुप्ता के छोटे भाई ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर उनसे मुलाकात का समय मांगा है। राजीव ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है और टेनी पर न्याय को बाधित करने का आरोप लगाया है।
लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुए प्रभात हत्याकांड मामले में एक नया मोड़ आ गया है। प्रभात गुप्ता के छोटे भाई राजीव गुप्ता ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में न्याय की गुहार लगाने के साथ ही पीएम से मिलने का समय भी मांगा है। उन्होंने पत्र में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी द्वारा न्याय में अवरोध पैदा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पीएम मोदी को लिख गए पत्र में अजय मिश्र टेनी को प्रभात की हत्या का नामजद और मुख्य आरोपी बताया है।
प्रभात के छोटे भाई ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
राजीव गुप्ता ने कहा कि वह न्याय को बाधित कर रहे हैं। टेनी अपने पद का अनुचित लाभ उठा रहे हैं। लखीमपुर खीरी में 22 साल पहले प्रभात गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद वह न्याय के लिए 22 सालों से कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन हर बार अंतिम फैसला सुनाने की जगह सुनवाई की नई डेट मिल जाती है। अब प्रभात हत्याकांड का मामला मोदी दरबार में पहुंचने वाला है। प्रभात गुप्ता के छोटे भाई राजीव गुप्ता अब इस मामले के लिए पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे।
न्याय को बाधित करने का लगाया आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष वह अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ साक्ष्य प्रस्तुत करेंगे और टेनी को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग करेंगे। पीएम मोदी से मुलाकात के अलावा वह RSS प्रमुख मोहन भागवत को भी टेनी के खिलाफ साक्ष्य दिखाकर न्याय मांगेंगे। राजीव गुप्ता के अनुसार, इतने लंबे समय से वह अपने भाई के हत्यारों को सजा दिलाने और न्याय के लिये कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि टेनी अपने पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं और न्याय में अवरोध पैदा कर रहे हैं। उनके मंत्री पद पर रहते हुए न्याय मिल पाना मुश्किल है।
22 साल पुराना है मामला
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी पर प्रभात गुप्ता की हत्या करने का आरोप है। प्रभात के पिता ने उन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि टेनी ने उनके बेटे की कनपटी पर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। इस घटना में उनके साथ और भी लोग मौजूद थे। यह घटना 22 साल पुरानी है। इस दौरान लगातार केस चल रहा था। पिछले कुछ महीनों में 5वीं बार अदालत की सुनवाई टली है। वहीं टेनी के अधिवक्ता ने केस ट्रांसफर करने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर कोर्ट द्वारा प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया गया था। बीते 6 सितंबर को सुनवाई के दौरान उनके अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि प्रार्थना पत्र को खारिज करने के फैसले को अब सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है। जिस कारण मामले की सुनवाई एक बार फिर टल गई थी।
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