सार
बुधवार की शाम तक कुल 17 गुरुवार सुबह तक 22 लोग गिरफ्तार हो चुके थे। गुरुवार को पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1998 और धारा 66 बी आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
लखनऊ: यूपी बोर्ड परीक्षा के अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र लीक किए जाने के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स और बलिया पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां की जा रही है। गुरुवार को पांच और आरोपितों के नाम जुड़ गए। बुधवार की शाम तक कुल 17 गुरुवार सुबह तक 22 लोग गिरफ्तार हो चुके थे। गुरुवार को पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1998 और धारा 66 बी आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस तरह हाईप्रोफाइल प्रकरण में कुल 22 लोगों पर शिकंजा कस गया है। मामले में डीआइओएस डा. ब्रजेश मिश्र व पत्रकार जेल भेजे जा चुके हैं। जबकि कई और लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है।
स्थानीय पत्रकार समेत 22 लोग हुए गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसटीएफ ने सख्ती के साथ इस मामले की जांच शुरू कर दी है। इसी बीच बलिया पुलिस ने देर रात तक इस प्रकरण में डीआइओएस बृजेश कुमार मिश्र व एक स्थानीय पत्रकार समेत 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया। डीआइओएस और पत्रकार अजीत कुमार ओझा को जेल भेज भी दिया गया है। जिन्हें रिमांड पर लेकर एसटीएफ पूछताछ कर रही थी।
24 मार्च से चल रही हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 24 मार्च से चल रही हैं। इस परीक्षा को नकलवीहीन बनाने के लिए व ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए शासन और माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से बड़े स्तर पर इंतजाम किए गए थे लेकिन, परीक्षा शुरू होने के छठे दिन ही इंटरमीडिएट का अंग्रेजी का प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो गया। वहीं इस मामले में अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होने बताया कि बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश कुमार मिश्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। एसटीएफ को प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध रासुका तक की कार्रवाई होगी।
बैठक के बाद CM योगी ने दिए निर्देश
अंग्रेजी का पेपर लीक होने का मामला सामने आने के बाद एक तरफ विभागीय कार्रवाई चल रही थी। वहीं दूसरी ओर सीएम योगी ने इस संबंध में आला अधिकारियों के लोकभवन में बैठक भी बुलाई। इस प्रकरण को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लेते हुए अफसरों को कड़े निर्देश दिए। उन्होंने पेपर लीक के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई करने को कहा है।
24 जिलों में रद्द हुई परीक्षा
बता दें कि बुधवार को दोपहर दो बजे से इंटरमीडिएट की अंग्रेजी विषय की परीक्षा होनी थी। इससे पहले ही पेपर लीक होने की वजह से प्रदेश के 24 जिलों में परीक्षा रद्द कर दी गई है। इनमें आगरा, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, बागपत, बदायूं, शाहजहांपुर, उन्नाव, सीतापुर, ललितपुर, महोबा, जालौन, चित्रकूट, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, गोंडा, गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया, वाराणसी, कानपुर देहात, एटा और शामली शामिल हैं।