सार

मिथक था कि इस बंगले में रहने वाला कोई भी विधायक दोबारा विधानसभा नहीं पहुंच पाता है। लेकिन नंदी ने यह मिथक पूरी तरह से तोड़ दिया है। पूर्व में कहा जाता था कि जो भी इस बंगले में रहा उसका राजनीतिक ग्राफ गिरता ही चला गया। इसको लेकर कई उदाहरण भी दिए जाते थे। 

लखनऊ: कालीदास मार्ग पर कई बंगले हैं जिनमें मंत्रीगण रहते हैं। वहीं 5 कालीदास मार्ग पर मुख्यमंत्री रहते हैं और इसके बगल वाले बंगले यानी की बंगला नंबर 6 को भूतहा कहा जाता था। इस बंगले में रहने को लेकर मंत्रियों को डर लगा रहता था। हालांकि उस बंगले में योगी के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नन्दी पूरा पांच साल का कार्यकाल बिताया। यही नहीं वह फिर से चुनाव जीतकर विधायक भी बने। संभवनाएं यह भी जताई जा रही हैं कि वह फिर से मंत्री भी बनेंगे। 

मिथक था कि इस बंगले में रहने वाला कोई भी विधायक दोबारा विधानसभा नहीं पहुंच पाता है। लेकिन नंदी ने यह मिथक पूरी तरह से तोड़ दिया है। पूर्व में कहा जाता था कि जो भी इस बंगले में रहा उसका राजनीतिक ग्राफ गिरता ही चला गया। इसको लेकर कई उदाहरण भी दिए जाते थे। जिसमें अमर सिंह, आशु मलिक, वकार अहमद शाह का नाम प्रमुख है। इसी के चलते इस बंगला नंबर 6 में कोई रहना भी नहीं चाहता था। लेकिन योगी सरकार के कार्यकाल की समाप्ति के साथ ही यह मिथक टूट चुका है। 

नंदी की बदौलत टूटा मिथक 
बंगला नंबर 6 को दशकों से अशुभ कहा जाता था। लेकिन 2017 में जब योगी सरकार सत्ता में आई तो बंगला नंद गोपाल नंदी को अलॉट किया गया। योगी के इस मंत्री ने दशकों से चले आ रहे मिथक को तोड़ दिया। उन्होंने बतौर मंत्री 5 साल का कार्यकाल भी पूरा किया और दोबारा चुनाव जीतकर भी पहुंचे। 

नोएडा से जुड़ा मिथक भी टूटा 
पहले एक मिथक और भी था कि जो भी मुख्यमंत्री नोएडा जाता है वह दोबारा सत्ता में नहीं आता। हालांकि सीएम योगी अपने कार्यकाल के दौरान कोई बार नोएडा पहुंचे। इसके बाद वह दोबारा चुनाव भी जीते। ज्ञात हो कि मुलायम सिंह यादव, राजनाथ और कल्याण सिंह जैसे दिग्गज भी अपने कार्यकाल में नोएडा नहीं आए। इसके बाद अखिलेश यादव ने भी इसी परंपरा को कायम रखा और वह भी अपने कार्यकाल में नोएडा नहीं गए। 

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