सार
नवनीत को पट्टी (प्रतापगढ़) में सीओ पद पर तैनाती के दौरान 12 अक्तूबर 2020 को निलंबित किया गया था। पट्टी सर्किल में जुलाई 2019 में कार्यभार ग्रहण करने वाले तत्कालीन डीएसपी नवनीत पर जुलाई 2021 में मुकदमा दर्ज किया गया था।
लखनऊ: योगी 2.0 सरकार के गठन के बाद से ही सरकार एक्शन मोड मे दिखाई पड़ रही है। लापरवाही बरतने के चलते अधिकारियों पर लगातार गाज गिर रही है। गाजियाबाद एसपी ओर सोनभद्र पर पहले की कार्रवाई हो चुकी है। दोनों को सस्पेंड किया जा चुका है। अब सीएम योगी ने यौन शोषण के आरोप में निलंबित चल रहे पुलिस उपाधीक्षक नवनीत कुमार नायक को सेवा से बर्खास्त करने का फैसला किया है।
2020 में किया गया था निलंबित
नवनीत को पट्टी (प्रतापगढ़) में सीओ पद पर तैनाती के दौरान 12 अक्तूबर 2020 को निलंबित किया गया था। पट्टी सर्किल में जुलाई 2019 में कार्यभार ग्रहण करने वाले तत्कालीन डीएसपी नवनीत पर जुलाई 2021 में मुकदमा दर्ज किया गया था।
ये था मामला
मध्य प्रदेश की रहने वाली एक महिला से उनकी दोस्ती थी। वह अक्सर शहर के एक होटल में आकर रुकती थी और वहां सीओ भी उस होटल में जाते थे। बाद में शादी की बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। महिला ने जिले के तत्कालीन एसपी से सीओ नवनीत पर शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न करने की शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। बाद में महिला ने शासन से शिकायत की, जिस पर सीओ का शाहजहांपुर तबादला कर दिया गया। जांच में मामला सही जाने पर शाहजहांपुर में तैनाती के दौरान ही वह निलंबित हुए थे।
डीएम और कप्तान को हटाया
सीएम योगी ने एक ही दिन में दो बड़ी कार्रवाई करते हुए सोनभद्र के डीएम टीके शिबू और गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को निलंबित कर दिया था। सोनभद्र के डीएम को खनन एवं निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार और चुनाव के दौरान ठीक से काम न करने के कारण निलंबित किया गया है, जबकि गाजियाबाद के एसएसपी अपराध न रोक पाने और कर्तव्यों का पालन नहीं करने पर निलंबित हुए हैं। चंद्रविजय सिंह को सोनभद्र का नया डीएम बनाया गया है। अभी तक वे मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक थे।