सार
पूर्व रक्षामंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में लखनऊ को कई तोहफे भी दिए। उनके समय में ही एक रुपये के पर्चे पर सरकारी अस्पतालों में इलाज की शुरुआत हुई थी।
लखनऊ: पूर्व रक्षामंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने अपने कार्यकाल में राज्य की राजधानी लखनऊ को कई तोहफे दिए। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए उन्होंने डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त अस्पताल और डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के साथ-साथ आशियाना में लोकबंधु राजनारायण हॉस्पिटल की नींव रखी। इसके अलावा उन्होंने अपने कार्यकाल में सरकारी अस्पतालों में एक रुपए के पर्चे पर इलाज देने की शुरुआत की थी, जो आज भी बरकरार है।
साल 1991 में लोहिया अस्पताल की नेताजी ने की थी स्थापना
नेताजी ने साल 1991 में गोमतीनगर में डॉ राम मनोहर लोहिया संयुक्त अस्पताल की स्थापना की थी। इस समय सिर्फ 30 बेड पर भर्ती के साथ ही ओपीडी का संचालन हो रहा था। उसके बाद नेताजी ने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने के लिए संयुक्त अस्पताल के पास में संस्थान की स्थापना की प्रक्रिया शुरू हुई। फिर साल 2005 में प्रांतीय चिकित्सा सेवा के डॉ आरसी अग्रवाल को इसका प्रोजेक्ट डायरेक्टर बनाया गया। साल 2007 में निर्माण पूरा हुआ और फिर 2008 से संस्थान में ओपीडी शुरू हुई। इन सबके अलावा साल 2017-18 से संस्थान में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू हुआ। इस दौरान संस्थान में करीब 100 बेड की सुविधा है। 318 बेड के मरीजों का इलाज हो रहा है और रोजाना दो हजार से अधिक मरीज इसका लाभ उठाते हैं।
17 साल पहले लोहिया पथ को नेताजी ने था बनवाया
इसके अलावा नेताजी ने जिस लोहिया पथ पर अब तेजी से फर्राटा भरते हुए हर दिन लाखों वाहन दौड़ रहे हैं, उसे 17 साल पहले मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने बनवाया था। करीब सात किलोमीटर लंबा यह लोहिया पथ राजीव चौक यानी मुख्यमंत्री आवास चौराहा से शुरू होता है और उसके बाद अयोध्या रोड पर पॉलीटेक्निक चौराहे तक जाता है। इसकी नींव साल 2005 में रखी थी और साल 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने इसका उद्घाटन भी किया था। नेताजी के निधन के बाद गोमतीनगर स्थित डॉ राममनोहर लोहिया पार्क अब मुलायम सिंह यादव की याद दिलाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने साल 2007 में इस पार्क की आधारशिला रखकर कम समय में विकासित कराया था।
नेताजी के कार्यकाल में प्रदेश को मिला राष्ट्रीय विश्वविद्यालय
राज्य के पहले राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के रूप में डॉ राममनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विवि की स्थापना पहले मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में की गई थी। 40 एकड़ के क्षेत्र में फैले विश्वविद्यालय की संरचना उनका ही नजरिया था। साल 2005 में इसका एक्ट बना और छह जनवरी 2006 में विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। विश्वविद्यालय की प्रवक्ता डॉ अलका सिंह ने बताया कि प्रशासनिक भवन का निर्माण कराकर साल 2006 में पहला बैच शुरू हुआ था। उसके बाद पहला दीक्षांत समारोह 23 नवंबर 2013 को आयोजित किया गया था। इसमें मुलायम सिंह यादव बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आए थे।
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