सार

यूपी के लखनऊ धनवारा गांव में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। पुलिस को सूचना दी गई थी कि गांव के व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन मृतक के बेटे के सामने आने के बाद मामले की सच्चाई सामने आई है। 

आशीष पाण्डेय
लखनऊ
: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज पुलिस को धनवारा से सूचना मिली कि गांव निवासी युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची। जब पुलिस ने मृतक युवक के बच्चे से बात की तो मामले की सच्चाई सामने आई। प्रदीप के बेटे ने पुलिस को बताया कि उसकी मां ने अपने प्रेमी के साथ मिल कर पति की हत्या की है। पत्नी का नाम ज्योति है। बताया जा रहा है कि ज्योति का रंगोली नामक य़ुवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। जब ज्योति के पति प्रदीप को मामले की जानकारी हुई तो उसने पत्नी को घर से निकाल दिया। इसके बाद से ज्योति अगल रहती थी। वहीं प्रदीप अपने दो मासूम बच्चों के साथ रहता था। 

पत्नी और उसके प्रेमी ने की पति की पिटाई
बता दें कि प्रदीप के 10 साल के बेटे का नाम आर्यन है। आर्यन ने पुलिस को बताया कि रविवार रात 8 बजे के आसपास उसकी मां और रंगोली उसके घर आए थे। इसके बाद उन दोनों का प्रदीप के साथ किसी बात पर झगड़ा हो गया। इसके बाद ज्योति और उसके प्रेमी ने प्रदीप की जमकर पिटाई की और इसके बाद ज्योति अपनी 5 साल की बेटी लाडो को लेकर चली गई। इसके कुछ देर बात रंगोली जिसे बच्चे मामा कहते हैं, वह फिर वापस आया और उसने प्रदीप को मारना शुरूकर दिया। आर्यन ने बताया कि जब रंगोली ने उसके पापा को मार-मारकर अधमरा कर दिया तो आर्यन रोने लगा। इस पर आरोपी रंगोली ने आर्यन को छत पर कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद आरोपी ने प्रदीप को फांसी पर लटका कर उसके बेटे आर्यन का कमरा खोलकर फरार हो गया। 


10 साल के बेटे ने दी मां के खिलाफ गवाही
जब 10 साल के आर्यन ने नीचे कमरे में पहुंचा तो देखा कि उसके पापा फंदे से लटक रहे थे। इसके बाद 10 साल के मासूम ने अपने पिता को कुर्सी दी जो ठोकर लगने से गिर गई। फिर प्रदीप की जान निकल गई। आर्यन ने पुलिस को बताया कि इस दौरान उसने सोचा कि किसी को बताऊं, लेकिन कोई घर पर था ही नहीं। गांव में अंधेरा होने के कारण वह डर से बाहर नहीं निकला। इसलिए वह रात भर कमरे के बाहर बनी सीढ़ियों पर बैठा रहा। मृतक के बेटे ने बताया कि वह रात भर नहीं सोया। सुबह होते ही उसने सबसे पहले घर के पास में रहने वाले बासु दद्दा को बताया। जिसके बाद सब लोग उसके घर आ गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि पति की मौत की सूचना मिलने पर उसकी पत्नी ज्योति भी आई थी। लेकिन ग्रामीणों ने उसे घर में घुसने नहीं दिय़ा। 

पिता के साथ रहते थे दोनों बच्चे
इसके बाद वह उल्टे पैर वापस चली गई थी। ज्योति की बहन भी अपने परिवार के साथ आई थी। लेकिन उसे भी मृतक के पास नहीं जाने दिया गया, जब तक पुलिस मौके पर नहीं आ गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 14 साल पहले ज्योति और प्रदीप की शादी हुई थी। सब सही चल रहा था। प्रदीप भी अच्छी खासी कमाई कर लेता था। दंपति के तीन बच्चे थे। जिनमें से 13 साल की बड़ी बेटी, 10 साल का बेटा आर्यन और 5 साल की लाडो। बीते 1 साल पहले प्रदीम का काम-धंधा छूट गया था। जिसके बाद से वह इधर-उधर मजदूरी करने लगा था। लेकिन उसकी कमाई से घर के खर्चे पूरे नहीं पड़ रहे थे। जिससे घर में आए दिन लड़ाई-झगड़ा होने लगा। मृतक के परिजनों ने बताया कि इसी बीच ज्योति का रंगोली नामक व्य़क्ति से प्रेम-प्रसंग चलने लगा। बच्चे उसे मामा कहते थे। 

पुलिस मामले की कर रही जांच
जब प्रदीप को मामले की जानकारी हुई तो दोनों के बीच कलह शुरू हो गई। इसी बीच ज्योति ने 2 बिसवा जमीन किसी तरह अपने नाम करवा ली थी। दंपति की बड़ी बेटी ज्योति के साथ जबकि आर्यन और लाडो प्रदीप के साथ रहते थे। सुबह ज्योति के आने से पहले ही आर्यन अपनी मां की पोल खोल चुका था। जब ग्रामीणों ने उसका विरोध किया तो उसने कहा कि प्रदीप अपनी ही बड़ी बेटी पर गलत नजर रखता था। इसीलिए वह बड़ी बेटी को पहले ही अपने साथ ले गई थी और बीती रात अपनी छोटी बेटी को भी लेकर चली गई थी। मोहनलालगंज कोतवाली प्रभारी कुलदीप दुबे ने बताया कि मृतक के बड़े भाई की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

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