सार
राजधानी लखनऊ में पुलिस द्वारा मामले की कार्रवाई नहीं करने पर एक व्यक्ति ने भाजपा कार्यालय के सामने आत्मदाह की कोशिश की है। आग पर काबू पाकर व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया है। एडीसीपी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार रात एक अधेड़ व्यक्ति ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। खुद को आग लगाकर अधेड़ व्यक्ति हजरतगंज स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय के गेट नंबर दो से अंदर घुस गया। आग में घिरा देख पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे। व्यक्ति का नाम बलराम तिवारी बताया जा रहा है। आग बुझने पर बलराम को इलाज के लिए सिविल हॉस्पिटल ले जाया गया। इस घटना के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को शहर में आना था। जिसकी तैयारियां भाजपा कार्यालय में चल रही थी।
मकान मालिक करता था प्रताड़ित
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बलराम को उसका मकान मालिक प्रताड़ित करता है। जिसकी शिकायत कई बार बलराम ने ठाकुरगंज पुलिस से भी की थी। लेकिन कोई सुनवाई न होने और मकान मालिक की प्रताड़ना से परेशान होकर बलराम तिवारी ने इस वारदात को अंजाम दिया। मामले की जानकारी बलराम की पत्नी को दी गई। बलराम की पत्नी सोनिया ने बताया कि वह ठाकुरगंज आम्रपाली योजना में मनीष पाल के यहां किराए से रहती हैं। उनके पति की किसी कारण के चलते 6 महीने पहले नौकरी छूट गई थी। नौकरी छूटने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही थी और नौ हजार रुपए कमरे का किराया भी बाकी था।
पुलिस ने नहीं की मामले पर सुनवाई
आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बाद भी उन्होंने 6 हजार रुपए का इंतजाम कर मकान मालिक को दिया था। जिसके बाद मकान मालिक तीन हजार रुपए के लिए लगातार उन पर दबाव बना रहा था। रूपए न देने पर वह उनके साथ अभद्रता करता था। जिसकी शिकायत दंपत्ति ने पुलिस से भी की थी। सोनिया के अनुसार, किराया देने के लिए कुछ सामय की मांग की गई थी। जिस पर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। इससे परेसान होकर शुक्रवार रात बलराम घर से निकले और हजरतगंज स्थित भाजपा कार्यालय के गेट नंबर दो के पास आग लगाकर अंदर घुसने लगे। पुलिस ने उन्हें आग से घिरा देखकर कंबल आदि से आग पर काबू पाया।
चौकी प्रभारी पर कार्रवाई के आदेश
घटना की जानकारी होने पर डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक, एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। एडीसीपी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बलराम का इलाज चल रहा है। बलराम और उनकी पत्नी सोनिया का आरोप है कि वह अपनी शिकायत लेकर आम्रपाली चौकी प्रभारी के पास गए थे। लेकिन उनको वहां से भगा दिया गया था। जिस कारण उन्होंने ऐसा कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है। चौकी प्रभारी पर दोष सिद्ध होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।