सार
अखिलेश सरकार में अपनी तेजतर्रार कार्यशैली और निलंबन को लेकर मीडिया की सुर्ख़ियों में रहने वाली IAS दुर्गाशक्ति नागपाल की कहानी अब पर्दे दिखेगी
लखनऊ(Uttar Pradesh ). अखिलेश सरकार में अपनी तेजतर्रार कार्यशैली और निलंबन को लेकर मीडिया की सुर्ख़ियों में रहने वाली IAS दुर्गाशक्ति नागपाल की कहानी अब पर्दे दिखेगी। बॉक्स ऑफिस पर बदला ,केसरी जैसी हिट फिल्मे दे चुके एज्योर एंटरटेनमेंट के सुनीर खेत्रपाल और रेडिस प्रोडक्शंस के रोबी गरेवाल दुर्गा शक्ति की कहानी पर एक फिल्म लेकर आ रहे हैं।
जाने कौन हैं दुर्गाशक्ति नागपाल
दुर्गा शक्ति नागपाल का जन्म 25 जून, 1985 को रायपुर (छत्तीसगढ़) में हुआ था। उन्होंने कम्प्यूटर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। इसके बाद वे आईएएस की परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग क्लास करने दिल्ली आ गईं। दुर्गा शक्ति ने 2008 में सिविल सेवा परीक्षा पास की। तब उनका चयन भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के लिए हुआ था। इसके बाद दुर्गा शक्ति ने 2009 में फिर से सिविल सेवा परीक्षा दी। इस बार दुर्गा ने मेरिट लिस्ट में 20वां स्थान पाया। उन्हें पंजाब कैडर की IAS बनाया गया।
UP कैडर के IAS से की शादी
दुर्गा का विवाह UP कैडर के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह से हुआ। अभिषेक 2011 बैच के IAS अधिकारी हैं। विवाह के बाद दुर्गा शक्ति को भी यूपी कैडर मिल गया। वर्तमान में वह केंद्र सरकार में OSD हैं।
खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर आई थीं चर्चा में
IAS अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने यूपी के गौतमबुद्ध नगर में एसडीएम रहते हुए खनन माफिया की कमर तोड़ दी थी। एक-एक कर माफियाओं पर उनका डंडा चला। उनकी इस कार्रवाई ने अधिकारियों से लेकर राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी थी। इससे नोएडा, ग्रेटर नोएडा में खनन के अवैध कारोबार पर लगाम लग गई थी। लेकिन तत्कालीन अखिलेश सरकार में खनन माफियाओं के बड़े रसूख का उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा था।
मस्जिद की दीवार गिरवाकर झेलना पड़ा था भारी विरोध
IAS दुर्गाशक्ति नागपाल ने गौतमबुद्धनगर के कादलापुर गांव में बन रही एक मस्जिद की दीवार गिरवा दी थी। उनके अनुसार ये दीवार अवैध रूप से बन रही थी। जिसके बाद उन्हें सरकार ने नियम कानून की अनदेखी करते हुए मस्जिद की दीवार गिरवा देने के आरोप में इस तर्क के साथ निलंबित कर दिया गया था कि उनके इस कदम से साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता था।
रातो-रात बन गई थीं रोल मॉडल
दुर्गा शक्ति द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद वह पूरे देश में रोल मॉडल बन गई थीं। सरकार द्वारा उन्हें निलंबित करने के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में लाखों लोग खड़े हो गए थे। यूपी में जगह-जगह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया था। विपक्षी पार्टियों के लोग सरकार को घेरने में जुट गए थे। लेकिन जैसे ही 2014 में केंद्र में मोदी सरकार सत्ता में आई उन्हें केंद्रीय प्रतिनयुक्ति पर दिल्ली बुला लिया गया और कृषि मंत्रलाय में OSD बना दिया गया।
लोगों को इंस्पायर करने के किए बना रहे फिल्म
एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में प्रोडूसर सुनीर खेत्रपाल ने कहा था कि कुछ इंस्पिरेशनल कहानियों को लोगो तक ले जाना जरूरी होता है। यह एक ऐसी लड़की की कहानी है जो निडर और साहसी है। IAS अफसर बनकर वह तमाम झंझावातों को झेलते हुए अपने कर्तव्य के रास्ते पर चल रही है। उन्होंने बताया कि दुर्गा शक्ति के माध्यम से हम दर्शकों को यह दिखाना चाहते हैं की कैसे उन्होंने इतनी सारी परेशानियों का सामना करने के बावजूद वे अपने नैतिकता पर अडिग रहीं | यह बहुत ही सम्मान की बात है की हम एक आइकोनिक हीरो की जीवंत कहानी को बड़े परदे पर ले कर आ रहे हैं।