सार


दूल्हे के घर वाले एसडीएम से मुलाकात कर शादी समारोह के लिए प्रार्थना पत्र देकर अनुमति मांगी। स्थिति को देखते हुए एसडीएम ज्योति मौर्या ने पांच लोगों को मास्क समेत अन्य सुरक्षा उपायों के साथ बारात ले जाने की अनुमति दी। इसके बाद दूल्हे के साथ ही उसके पिता, मां और दो भाई मॉस्क लगाकर बारात लेकर सादगी से निकल गए।

कौशांबी (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस का खौफ लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। लॉक डाउन के बाद एक बारात जाने की सूचना पर प्रशासन हरकत में आ गया। पुलिस ने डीजे के धुन पर बारात ले जा रहे लोगों को रास्ते में ही रोककर उन्हें वापस कर दिया। काफी मिन्नत के बाद एसडीएम ने मास्क लगाने के बाद दूल्हा सहित पांच बारातियों को ही जाने की अनुमति दी। जिसके बाद वे चेहरों को मॉस्क से ढंक कर दूल्हन लेने के लिए निकलें।

यह है पूरा मामला
चरवा कोतवाली के भीटी के इकबाल नगर मजरा निवासी जमाल अहमद के पुत्र सलमान अहमद की शादी कोखराज के बरीपुर सुहेला गांव में तय हुई। 24 मार्च को घर पर बारात की तैयारी जोरों पर थी। बारात में शामिल होने के लिए रिश्तेदार भी पहुंचने लगे थे। हालांकि शादी की खुशी में वो भूल गए कि धारा 144 लागू है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन है।

ऐसे एक्शन में आई पुलिस
किसी ने सूचना चरवा थाने की पुलिस को दे दी। इस पर चरवा थाने के इंस्पेक्टर संतशरण सिंह पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे। उन्होंने एक स्थान पर भीड़ जमा करने से रोका। साथ ही डीजे भी बंद करा दिया। उन्होंने बारात न ले जाने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर जिले में धारा 144 लगी है। आपको शादी समारोह के लिए एसडीएम से अनुमति लेनी होगी। 

इस तरह दूल्हन लेने हुए रवाना
दूल्हे के घर वाले एसडीएम से मुलाकात कर शादी समारोह के लिए प्रार्थना पत्र देकर अनुमति मांगी। स्थिति को देखते हुए एसडीएम ज्योति मौर्या ने पांच लोगों को मास्क समेत अन्य सुरक्षा उपायों के साथ बारात ले जाने की अनुमति दी। इसके बाद दूल्हे के साथ ही उसके पिता, मां और दो भाई मॉस्क लगाकर बारात लेकर सादगी से निकल गए।

(प्रतीकात्मक फोटो)