सार

यूपी के आगरा जिले के रिहायशी इलाके में स्थित एक अस्पताल में आग लग गई। आग लगने से मरीजों में भगदड़ मच गई। वहीं मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने अंदर फंसे मरीजों को बाहर निकाला। इस दौरान तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई।

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में बुधवार सुबह शाहगंज इलाके में स्थित आर. मधुराज हॉस्पिटल में भीषण आग लग गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई। इसके अलावा तीन मरीज और उनके तामीरदार भी हॉस्पिटल के अंदर फंस गए। फायर बिग्रेड जवानों ने उनको बाहर निकाला। तीनों मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें आनन-फानन में दूसरे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। आग लगने से हॉस्पिटल के अंदर धुंआ फैल गया, जिससे मरीजों में भगदड़ मच गई। 

शार्ट सर्किट से अस्पताल में लगी आग
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे के दौरान हॉस्पिटल के ग्राउंड फ्लोर पर मरीज एडमिट थे। वहीं संचालक डॉक्टर राजन अपने परिवार के साथ पहली मंजिल पर रहते थे। बुधवार सुबह करीब 5 बजे हॉस्पिटल की पहली मंजिल में आग लगी थी। शार्ट सर्किट से आग सोफे पर लगी थी। सोफे पर कुछ फोम का सामान रखा हुआ था। इस कारण आग इतनी तेजी से फैली कि किसी को संभलने का मौका भी नहीं मिला। आग लगने से मौके पर चीखपुकार मच गई। हादसे के दौरान सबसे पहले आसपास के लोग मौके पर पहुंचे थे। जिसके बाद फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। वहीं फायर ब्रिगेड के आने तक आसपास के लोग ही आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे। 

तीन लोगों की मौके पर हुई मौत
घटना के करीब 40 मिनट बाद फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। वहीं SSP प्रभाकर चौधरी ने भी मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया। SSP ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस हादसे में हॉस्पिटल संचालक डॉक्टर राजन उनकी 15 वर्षीया बेटी शालू और बेटा ऋषि गंभीर रूप से झुलस गए और उनकी मौत हो गई। जगनेर रोड स्थित यह हॉस्पिटल एक रिहायशी बिल्डिंग में चल रहा था। हॉस्पिटल में न तो आग रोकने के उपाय थे और न ही एग्जिट प्वाइंट्स थे। जिसके कारण धुंआ पूरी बिल्डिंग में भर गया। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस समय मरीज और तामीरदार नींद में थे। 

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