सार
कानपुर हिंसा मामले में मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी समेत चार आरोपियों को पुलिस को दोबारा रिमांड मिल गई है। पिछली रिमांड के दौरान कुछ साक्ष्य रह गए थे जिनको इकत्रित करने के लिए आरोपियों के प्रति रिमांड की मांग की गई थी।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में बेकनगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत नई सड़क पर तीन जून को भड़की हिंसा मामले में मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी समेत चार आरोपियों को पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद चारों को रिमांड में लेते हुए पूछताछ की तो कई खुलासे हुए। एक बार फिर जफर हाशमी समेत चारों आरोपियों की पुलिस को दोबारा रिमांड मिल गई है। दरअसल अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में दावा पेश करते हुए अपील की थी कि पिछली रिमांड में कुछ साक्ष्य रह गए हैं, जिन्हें इकत्रित करने के लिए आरोपियों की पांच दिनों की पुलिस रिमांड दी जाए।
दोबारा रिमांड में मास्टरमाइंड के खातों की होगी जांच
दोबारा पुलिस रिमांड मामले पर सुनवाई करते हुए न्यायालय द्वारा दो दिनों की पुलिस रिमांड दी गई है, जो गुरुवार की सुबह दस बजे से शुरू होगी और कल यानी शुक्रवार की शाम पांच बजे तक पुलिस को आरोपियों को जेल पहुंचाना होगा। अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता कमलेश वर्मा ने बताया कि पुलिस और एसआईटी की जांच पड़ताल में शहर के हिंसा मामले के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी और उसके परिवार के चार ऐसे खाते मिले हैं, जिसमें पैसों का ट्रांजैक्शन किया गया है। इन्हीं सबकी जांच के लिए पुलिस ने दोबारा आरोपियों को लेकर रिमांड की मांग की है।
मास्टरमाइंड जफर और साथियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत
अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता कमलेश वर्मा के अनुसार पुलिस के पास आरोपी मास्टरमाइंड जफर और उसके साथियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। लेकिन जफर से जुड़ें लोगों तक पहुंचने के लिए दोबारा रिमांड ली गई है। तो वहीं दूसरी ओर हिंसा मामले की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर विजय मीणा के द्वारा एसआईटी की पांच टीमें बनाई गई है। जिनको अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई है। इस मामले में पूरी निगरानी आईपीएस अधिकारियों के अंतर्गत की जा रही है। जिसकी हर पल की अपडेट कमिश्नर शासन तक पहुंचा रहा है।
बैंक बंद होने की वजह से फंडिंग को लेकर जांच रह गई अधूरी
बता दें कि पिछली रिमांड में शनिवार और रविवार होने के चलते बैंक बंद थे। जिस वजह से फंडिंग को लेकर जांच अधूरी रह गई थी। इसलिए पुलिस ने दोबारा रिमांड की मांग रखी थी और उसके लिए अनुमति मिल गई है। गुरुवार और शुक्रवार की शाम पांच बजे तक जेल पहुंचाने से पहले आरोपियों के बैंक खातों की पूरी जानकारी लेकर उसमें हुए फंडिंग और उन पैसों के इस्तेमाल पर पुलिस एसआईटी और एटीएस की टीम हाशमी समेत चार आरोपियों से पूछताछ करेगी।