सार

मथुरा के शाही ईदगाह मस्जिद विवाद के बीज मीना मस्जिद को लेकर नया विवाद उठा है। अखिल भारत हिंदू महासभा ने दावा किया है कि ठाकुर केशवदेव की जमीन पर इस मस्जिद का अवैध रुप से निर्माण कराया गया था।

मथुरा: मंदिर-मस्जिद विवाद और मथुरा शाही ईदगाह मस्जिद के बीच मथुरा से एक नया मामला सामने आया है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के निकट एक और मस्जिद स्थित है। अब इस मस्जिद को ठाकुर केशवदेव की 13.37 एकड़ जमीन में स्थित बताया गया है। यह दावा अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने किया है। उन्होंने अदालत में दावा किया है कि यह मस्जद अवैध रुप से बनी है और हाल ही में इस पर नया निर्माण भी कराया गया है। अदालत से इस मस्जिद को हटाने की मांग की गई है। 

मथुरा की मीना मस्जिद को बताया अवैध अतिक्रमण
सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में महासभा के कोषाध्यक्ष ने एक वाद प्रस्तुत किया है। इस वाद के आधार पर औरंगजेब ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को तोड़ा था और उसकी जगह पर शाही ईदगाह को अतिक्रमण के तौर पर बनवाकर खड़ा कर दिया गया था। दावा किया गया है कि औरंगजेब के वंशजों ने आगे चलकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर की पूर्वी सीमा की जमीन पर मीना मस्जिद का निर्माण करवाया था। जोकि सरासर गलत है। इसलिए इस मस्जिद को यहां से हटाया जाना चाहिए। इस मामले को लेकर किए गए दावे की सुनवाई के लिए अदालत ने 26 अक्तूबर की तारीख तय की है। 

काशी विश्वनाथ मामले को बताया स्वागत योग्य
वहीं अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ मामले में अदालत ने जो फैसला सुनाया है वह स्वागत लायक है। अब मीना मस्जिद मामले में भी मथुरा अदालत काशी विश्वनाथ मामले में दिए गए फैसले का अनुसरण करेगी। उन्होंने कहा कि अदालत विपक्ष विपक्ष द्वारा दिए गए 7 रूल 11 के प्रार्थनापत्रों को खारिज कर देगी। इससे पहले शाही ईदगाह और कृष्ण जन्मभूमि मामले में कोर्ट में अब तक 11 याचिकाएं दाखिल की गई हैं। इस मामले पर भी सुनवाई चल रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इतने सारे मंदिर-मस्जिद विवादों के बीच अदालत मीना मस्जिद मामले पर क्या फैसला सुनाती है।

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