सार

यूपी के जिले मेरठ में गर्भवती पत्नी और बेटे की हत्या का पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने मैनेजर की बहनोई को गिरफ्तार कर पूछताछ की जिसके बाद हत्यारों ने पूरी कहानी बताई कि किस तरह से उन्होंने हत्या की घटना को अंजाम दिया।

मेरठ: उत्तर प्रदेश के जिले मेरठ में पीएनबी बैंक के मैनेजर की आठ महीने की गर्भवती पत्नी और पांच साल के बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। शहर के दोहरे हत्याकांड में पुलिस का दावा है कि हस्तिनापुर में बैंक मैनेजर की पत्नी शिखा और बेटे रुद्रांश की हत्या उनके बहनोई हरीश ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर की है। तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। डबल मर्डर में पुलिस द्वारा पूछताछ में पता चला है कि हत्या के बाद दो आरोपी शिखा की स्कूटी से मेरठ होते हुए नोएडा पहुंच गए थे।

बैंक मैनेजर के बहनोई ने स्वीकारा हत्या का गुनाह
शहर के हस्तिनापुर में रामलीला ग्राउंड के पास बिजनौर के जलीलपुर में पीएनबी बैंक के मैनेजर संदीप कुमार का घर है। बीते सोमवार को संदीप की आठ महीने की गर्भवती पत्नी शिखा और पांच साल के बेटे रुद्रांश की हत्या कर दी गई थी। उसके बाद दोनों के शव को अलग-अलग कमरों के बेड के अंदर बंद कर दिया गया था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने मुख्य गेट पर ताला भी लगा दिया था। इस मामले में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि बैंक मैनेजर संदीप कुमार के बहनोई हरीश ने गुनाह को स्वीकार कर लिया गया है। उसी ने बताया कि उसके दो साथी शिखा की स्कूटी से ही नोएडा गए।

हत्यारे शिखा की दोपहर से कर रहे थे रेकी
दरअसल संदीप कुमार का अपने बहनोई हरीश से मनमुटाव था। उसने हरीश से कहा था कि वह उसके परिवार से दूर रहे। इसी बात की रंजिश निकालने के लिए हरीश और उसके साथियों ने पहले शिखा और फिर पांच साल के बेटे रुद्रांश की हत्या की। उसके बाद घर से नकदी और जेवरात लेकर फरार हो गए। मां-बेटे की हत्या में पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि हरीश ओर उसके साथी सोमवार सुबह से ही रेकी कर रहे थे। शिखा स्कूल में बेटे को लेने गई तो दो बदमाश उसके पीछे गए थे। सोमवार वाले दिन का भी पुलिस को एक फुटेज मिला है जिसमें दोनों बदमाश शिखा के पीछे जाते दिखाई दिए हैं।

शिखा के पिता और पति ने बोली ये बात
इतना ही नहीं सोमवार की दोपहर 12 बजे शिखा अपने घर से कस्बे के आशीर्वाद होटल पर दूध लेने के लिए गई तब भी संदिग्ध हत्यारे कुछ दूरी पर खड़ी हुए थे। पुलिस ने इस मामले में बैंक मैनेजर के भाई दीपक, चचेरे भाई अरूण समेत नौ लोगों को हिरासत में ले रखा है। बुधवार की देर रात पुलिस ने इन लोगों से भी पूछताछ की है। अभी भी पुलिस हत्या से जुड़े सुबूत खंगालने में जुटी हुई है। वहीं संदीप और शिखा के पिता का कहना है कि हत्यारोपी कोई भी हो, वह बेनकाब होना चाहिए। 

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