सार
मिर्जापुर में बच्चों से गैस सिलेंडर मंगवाने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने एक्शन लेते हुए कर्मचारी को निलंबित कर दिया है। इस दौरान आधा वेतन मिलेगा। निलंबन की अवधि में महंगाई भत्ता भी नहीं दिया जाएगा।
मिर्ज़ापुर : उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर से एक अजीबो गरीब खबर सामने आई है। जहां पर बच्चों से गैस-सिलेंडर मंगवाने को लेकर एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया है। जिसके बाद उन्हे आधा वेतन मिलेगा और महंगाई भत्ता भी नहीं दिया जायेगा।
क्या था मामला
कम्पोजिट विद्यालय मुंहकुचवा में गैस सिलेंडर लाने के लिए प्रधानाध्यापक ने विद्यालय के चपरासी को भेजा था। वह अपने साथ विद्यालय के 4 बच्चों को दो साईकिल के साथ ले गया और उसने बच्चों से कहा कि ये गैस सिलेंडर विद्यालय तक पहुंचा दो, जिसके बाद बच्चे बिचारे किसी तरह से गैस-सिलेंडर साइकिल पर लादकर ले गए। इस दौरान किसी ने रास्ते में बच्चों द्वारा सिलेंडर ढोने का वीडियो बनकर वायरल कर दिया गया। वायरल वीडियो संज्ञान में आने के साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी पहाड़ी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है।
इस पूरे मामले पर क्या बोले अधिकारी
इस मामले की जांच को लेकर कहा है कि ये मामला सही पाया गया है. इसी कड़ी में आरोपी चपरासी को सस्पेंड कर दिया गया है। इस दौरान उसे लालगंज कार्यालय से अटैच किया गया है। इस अवधि के दौरान आरोपी को आधा वेतन मिलेगा और महंगाई भत्ता भी नहीं दिया जाएगा. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने कहा कि बच्चे विद्यालय में पढ़ने आते हैं, काम करने नहीं. उनके पढ़ाई पर ध्यान दिया जाए। बच्चों से काम कराने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बच्चो से काम करवाने का यह पहला मामला नही है
बच्चो से पढ़ाई के बजाय काम करवाने का यह पहला मामला नही है। इससे दो दिन पहले कोन ब्लाक के दामोदर पट्टी प्राथमिक विद्यालय में कोटेदार द्वारा लाये खाद्यान की बोरी को बच्चो से उठवाया जा रहा था। बोरी ले जाते हुए बच्चो के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूल के प्रधानाध्यापक राकेश चतुर्वेदी पर कार्यवाही करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया था। फिलहाल लगातार बच्चो से काम करवाने का वीडियो वायरल होने के बाद अब जिले का बेसिक शिक्षा विभाग सवालों के घेरे में है।