सार

यूपी के मुजफ्फरनगर के एक गांव निवासी फैज को पांच साल पहले सपने में भोलेनाथ दिखाई दिए, जिसके बाद से वह उनकी आस्था में डूब गया। हर साल हरिद्वार जाकर गंगाजल लाकर भोले बाबा पर जल चढ़ाता है। इतना ही नहीं मुस्लिम युवक ने अपने नाम के आगे शंकर भी लिखने लगा है।

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में बीते दिनों सावन के पावन महीने में विदेशी परिवार ने आकर पूजा-अर्चना की थी। इसी बीच यूपी के मुजफ्फरनगर जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सनातन परंपरा में हिंदुओं की आस्था की प्रतीक कावड़ यात्रा में देश भर से लाखों की संख्या में शिव भक्ति मां गंगा का जल लेने उत्तराखंड के हरिद्वार पहुंच रहे हैं। लेकिन शहर की मिट्टी से ताल्लुक रखने वाले मुस्लिम युवक फैज मोहम्मद भी भोले बाबा के भक्त बनकर कावड़ लेकर जा रहे है। उनका कहना है कि पांच साल पहले भोले बाबा को सपने में देखा था, जिसके बाद से उनका निरंतर भक्त बन गया।

सपना आने के बाद से लगातार जा रहा कावंड़
फैज को पांच साल पहले बाबा भोलेनाथ उन्हें सपने में दिखाई दिए। इसके बाद से वह महादेव के भक्त बन गया, जो निरंतर भोलेनाथ के नाम से कांवड़ लेने जाते है। मुस्लिम युवक फैज का कहना है कि आस्था जाति-धर्म का बंधन नहीं है। मेरी आस्था शिव में है। यह मन और मोहब्बत का तालमेल है। इतना ही नहीं इस बार की महाशिवरात्रि को पूरा महादेव पर जलाभिषेक करेगा। बता दें कि मूलरूप से शहर के गांव कढ़ली व हाल पता मेरठ बाइपास बाइपास पर रहले वाले फैज मोहम्मद एक प्राइवेट फार्म में मजदूर हैं। शुक्रवार को खतौली गंगनहर पटरी पर त्रिवेणी शुगर मिल के कांवड़ सेवा शिविर में पहुंचे तो कावंड़ियों के साथ आयोजकों ने उसका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।

मोहम्मद फैज नाम के आगे लिखने लगा शंकर
मूलरूप से मुजफ्फरनगर के गांव कढ़ली का निवासी फैज ने पांच बार कांवड़ लाने के बाद उसने अपने नाम के आगे फैज मोहम्मद उर्फ शंकर लिखना शुरू कर दिया। पहले वह अकेला कांवड़ लाता था, लेकिन इस वर्ष उसके गांव का विशंबर भी साथ है। फैज का कहना है कि वह जाति-धर्म में विश्वास नहीं रखता है। भगवान शंकर का भक्त है। उन्हीं के आर्शीवाद से कांवड़ लेकर आ रहा है। वह मेरठ के काली पलटन औघड़नाथ मंदिर में हरिद्वार से पांच साल से गंगाजल लाकर चढ़ा रहे हैं। लेकिन इस बार छठीं कांवड़ शिवरात्रि के दिन बागपत के पुरा महादेव में चढ़ाएगा। मुस्लिम युवक फैज उर्फ शंकर का कहना यह भी है कि कुछ लोग राजनीति के लिए धर्म का बंटवारा करते हैं और नफरत फैलाते हैं। उनका ऐसे लोगों से कोई वास्ता नहीं है और उनके द्वारा किए जा रहे इस प्रयास से उन्होंने राज्य समेत पूरे देश को भाईचारे के साथ सौहार्द का संदेश देने की पहल है।

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