सार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए आजमगढ़ के नवनिर्वाचित सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ सीएम आवास में मिलने पहुंचे। इस मुलाकात में उनके साथ उनके भाई व भोजपुरी कलाकार प्रवेश लाल यादव और अभिनेत्री आम्रपाली दुबे भी मौजूद रही।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिले आजमगढ़ और रामपुर में लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को जीत मिली। समाजावादी पार्टी का किला कहा जाने वाला आजमगढ़ भारतीय जनता पार्टी के खाते में आ गया। आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में यादगार जीत दर्ज करने वाले भाजपा के सांसद व भोजपुरी फिल्मों के स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की। इस दौरान उन्होंने सीएम योगी को धनुर्धर भगवान राम की प्रतिम भेंट की। मुख्यमंत्री से मिलने के दौरान निरहुआ के साथ उनके भाई व भोजपुरी कलाकार प्रवेश लाल यादव और अभिनेत्री आम्रपाली दुबे भी मौजूद रही।
2024 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा संकेत
मुख्यमंत्री योगी ने निरहुआ को जीत की बधाई दी। यहां से निरहुआ भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे और संगठन महामंत्री सुनील बंसल से मुलाकात की। दरअसल आजमगढ़ लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। जिसके बाद यहां उपचुनाव हुए और दिनेश लाल यादव निरहुआ ने आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को 8 हजार से अधिक मतों से पराजित किया। आजमगढ़ सपा का मजबूत किला माना जाता रहा है लेकिन उपचुनाव में मिली हार के बाद इस सीट पर भाजपा की जीत 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बड़ा संकेत है।
दो साल के कार्यकाल में करेंगे विकास का कार्य
आजमगढ़ में मिली जीत के बाद निरहुआ ने कहा कि यह आजमगढ़ की जनता की जीत हैं। आजमगढ़ वालों ने कमल कर दिया। आजमगढ़ में कमल खिला दिया है। वह अपने करीब दो साल के कार्यकाल में जितना हो सकेगा उतना विकास के लिए कार्य करेंगे। तो वहीं दूसरी ओर चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
2014 में मोदी लहर के बाद भी बीजेपी को मिली थी हार
आजमगढ़ उपचुनाव में सपा के अलावा बसपा ने भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा था। लेकिन बसपा प्रत्याशी गुड्डू जमाली ने ढाई लाख से अधिक वोट हासिल कर उन्होंने धर्मेंद्र यादव का खेल खराब कर दिया। आजमगढ़ सपा का इतना मजबूत किला था कि 2014 में मोदी लहर के बावजूद भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा था। तब यहां मुलायम सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां जीत दर्ज की। उपचुनाव में भी सपा को मजबूत माना जा रहा था पर सपा प्रत्याशी रहे धर्मेंद्र यादव चुनाव हार गए और निरहुआ की जीत को बीजेपी की बड़ी उपलब्धि के तौर पर देख जा रहा है।