सार

यूपी के गौतमबुद्ध नगर जिले में साल 2015 को गोकशी के मामले में अखलाक नाम के व्यक्ति की लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसी मामले में मृतक की बेटी का 14 व 15 जून को बयान दर्ज होना था। लेकिन किसी कारणवश बयान दर्ज न होने पर कोर्ट ने सोमवार के दिन बयान दर्ज होगा। 

नोएडा: उत्तर प्रदेश में बीते दिनों गोकशी की कई घटनाएं सामने आयी है।  जिसमें पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। इसी कड़ी में जिले के गौतमबुद्ध नगर में साल 2015 को भी द्वारा गोकशी के आरोप में एक व्यक्ति की कथित तौर पर पीट पीटककर हत्या कर दी थी। इसी मामले में शुक्रवार को उनकी बेटी से गवाही दर्ज होनी थी लेकिन किसी कारण वश न हो पाने की वजह से कोर्ट ने सोमवार को बयान दर्ज करने का आदेश दिया है।

फास्टट्रैक कोर्ट की अदालत में दर्ज हुआ बयान
जिले की जारचा थाना क्षेत्र में स्थित बिसाहड़ा गांव में साल 2015 में भीड़ ने गोकशी का आरोप लगाकर अखलाक नाम के व्यक्ति की कथित तौर पर पीट पीटकर हत्या कर दी गयी थी। इस हत्या के मामले में शुक्रवार को उनकी बेटी शाइस्ता की गवाही दर्ज नही हो सकी। मृतक अखलाक के परिवार का प्रतिनिधित्व कर रहे युसुफ सैफी ने कहा कि अखलाक की बेटी शाइस्ता शुक्रवार को सूरजपुर स्थित जिला न्यायालय में बयान देने नहीं पहुंची। युसुफ सैफी ने बताया कि शाइस्ता का आज फास्टट्रैक कोर्ट के अपर जिला जज अनिल कुमार सिंह की अदालत में बयान दर्ज होना था।

मृतक की बेटी ने कुछ और लोगों के लिए नाम
युसुफ सैफी ने आगे कहा कि उसका बयान 14 व 15 जून को दर्ज कराया था। वो कहते है कि आज मृतक की बेटी शाइस्ता द्वारा बयान न देने से अदालत ने अगली तारीख सोमवार तय की है। इस मामले में चश्मदीद गवाह शाइस्ता है। उन्होंने आगे बताया कि शाइस्ता ने अपनी गवाही में कुछ और लोगों के नाम भी लिए हैं। अदालत अब उन नामों पर भी विचार कर रही है। बता दें कि बिसाहड़ा गांव निवासी 52 वर्षीय अखलाक की 28 सितंबर 2015 को भीड़ द्वारा गोकशी का आरोप लगाकर कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसी मामले में शाइस्ता से पूछताछ की जा रही है।

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