सार
कानपुर में इनकम टैक्स कॉलोनी के बगल से स्थित मंदिरों को तोड़ने के लिए नगर निगम ने नोटिस जारी किया है। जिसके बाद से संत समाज और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में रोष देखने को मिल रहा है। शनिवार को बजरंग दल और संत समाज के लोगों ने मंदिर में पहुंचकर नोटिस का विरोध किया।
कानपुर: हनुमान जन्मोत्सव पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद मदिंर-मस्जिद पर अतिक्रमण कार्रवाई हो रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस हिंसा को देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए है। तो वहीं अब यूपी के कानपुर जिले में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिले के इनकम टैक्स कॉलोनी के बगल में स्थापित मंदिरों को तोड़ने का नगर निगम द्वारा नोटिस चस्पा हुआ है।
जिले में सिर्फ यही इलाका नहीं है बल्कि कंपनी बाग रोड के हनुमान मंदिर पर भी नोटिस लगा हुआ है। तीन दिन की मोहलत में रामभक्त हनुमान की मूर्ति को कहीं और स्थापित करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा शिव मंदिर और शनिदेव मंदिरों पर भी नोटिस चस्पा हुआ है। नोटिस जारी होने के बाद संत समाज और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में खासा रोष देखने को मिल रहा है।
मंदिर नहीं हटने दिया जाएगा
शनिवार को बजरंग दल और संत समाज के लोग मंदिर में पहुंचकर नोटिस का विरोध किया। साथ ही कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर मंदिर तोड़ा गया तो हम लोग सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करेंगे। हिंदुवादी संगठन नगर निगम के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं। उनका कहना यह भी है कि इस तरह से नोटिस चस्पा कराना गलत है।
हिंदू संगठनों ने नगर निगम द्वारा की गई कार्रवाई का खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि आखिर मंदिर को कैसे तोड़ा जा सकता है। मंदिर यहीं रहेगा। मंदिर फुटपाथ पर बना है। वहीं विरोध में लोगों ने मंदिर में पूजा अर्चना शुरू कर दी है।
शिकायत के बाद जारी हुआ नोटिस
आयकर आयुक्त यूपी और उत्तराखंड द्वारा की गई शिकायत का हवाला देते हुए नगर निगम ने नोटिस जारी किया है। सिविल लाइन इनकम टैक्स कॉलोनी के बाहर अवैध अतिक्रमण करके मंदिर का निर्माण कराया गया है। शिकायत के बाद जोनल अधिकारी पूजा त्रिपाठी ने तीन मंदिरों को हटाने का नोटिस जारी कराया है।
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